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रुद्रप्रयाग: हिमालयी क्षेत्रों में जमकर हो रही बर्फबारी, निचले इलाकों में गिरा तापमान - Rudraprayag municipal news

हिमालयी क्षेत्रों में लगातार हो रही बर्फबारी का असर निचले इलाकों में दिखने लगा है. सुबह शाम हो रही कड़ाके की ठंड ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है.

केदारनाथ में कनेक्टविटी न्यूज Cold news in Rudraprayag
रुद्रप्रयाग में ठंड का कहर
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Published : Dec 20, 2019, 11:41 PM IST

रुद्रप्रयाग: हिमालयी क्षेत्रों में लगातार हो रही बर्फबारी के चलते निचले क्षेत्रों के तापमान में भारी गिरावट आ गई है. साथ ही स्कूली छात्र-छात्राओं को ठंड से मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं कई इलाकों में विद्युत, संचार और पेयजल व्यवस्था भी चरमरा गई है. साथ ही सुबह-शाम हो रही कड़ाके की ठंड से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. वहीं चौराहों पर नगरपालिका की ओर से जलाई जाने अलाव की व्यवस्था भी अभी तक नहीं हो पाई है.

रुद्रप्रयाग में ठंड के कहर से नगरपालिका की अलाव भी जमी.

बता दें कि रुद्रप्रयाग जनपद में इन दिनों ठंड का भीषण प्रकोप है. बच्चे-बूढ़े सब ठंड से बचने के लिये अलाव का सहारा ले रहे हैं. केदारनाथ धाम में सात से आठ फीट तक बर्फ जम चुकी है. जिसके चलते केदारनाथ कर्मचारी निचले इलाकों में लौट आए हैं. वहीं जिले के दूरस्थ गांव तोंषी, गौंडार, गडगू, त्रियुगीनारायण सहित अन्य कई गांवों में विद्युत, संचार और पेयजल लाइनें पिछले एक सप्ताह से बंद पड़ी हुई है.

ये भी पढ़े: खनन कारोबारियों ने SDM कार्यालय पर दिया धरना, सरकार पर पक्षपात का लगाया आरोप

जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल का कहना है कि नगरपालिका को नगर पंचायत और तहसील स्तर पर ठंड से बचाने के लिये अलाव की व्यवस्था करने के सख्त निर्देश दिये हैं.

रुद्रप्रयाग: हिमालयी क्षेत्रों में लगातार हो रही बर्फबारी के चलते निचले क्षेत्रों के तापमान में भारी गिरावट आ गई है. साथ ही स्कूली छात्र-छात्राओं को ठंड से मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं कई इलाकों में विद्युत, संचार और पेयजल व्यवस्था भी चरमरा गई है. साथ ही सुबह-शाम हो रही कड़ाके की ठंड से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. वहीं चौराहों पर नगरपालिका की ओर से जलाई जाने अलाव की व्यवस्था भी अभी तक नहीं हो पाई है.

रुद्रप्रयाग में ठंड के कहर से नगरपालिका की अलाव भी जमी.

बता दें कि रुद्रप्रयाग जनपद में इन दिनों ठंड का भीषण प्रकोप है. बच्चे-बूढ़े सब ठंड से बचने के लिये अलाव का सहारा ले रहे हैं. केदारनाथ धाम में सात से आठ फीट तक बर्फ जम चुकी है. जिसके चलते केदारनाथ कर्मचारी निचले इलाकों में लौट आए हैं. वहीं जिले के दूरस्थ गांव तोंषी, गौंडार, गडगू, त्रियुगीनारायण सहित अन्य कई गांवों में विद्युत, संचार और पेयजल लाइनें पिछले एक सप्ताह से बंद पड़ी हुई है.

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जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल का कहना है कि नगरपालिका को नगर पंचायत और तहसील स्तर पर ठंड से बचाने के लिये अलाव की व्यवस्था करने के सख्त निर्देश दिये हैं.

Intro:विसुअल, ठंड से बचने के लिये आग सेकते लोग एवं जानवर
सुबह-सुबह ठंड में स्कूल बस का इंतजार करते बच्चे

रुद्रप्रयाग में ठंड से कराह रही जनता
इंसान तो क्या जानवर भी आग का सहारा लेने को मजबूर
एक सप्ताह बाद भी केदारनाथ में कनेक्टविटी ठप

एंकर - हिमालयी क्षेत्रों में हो रही बर्फबारी के बाद निचले क्षेत्रों में सर्दी के सितम से आम जनता बेहाल है। सुबह-सुबह स्कूल जाने वाले बच्चे बस का इंतजार करते समय ठंड से कराह रहे हैं। इतना ही नहीं नगरपालिा की ओर से अलाव की व्यवस्था भी नहीं की गई है। लोग स्वयं के संसाधनों से आग जलाकर किसी तरह से ठंड से बचने की कोशिश कर रहे हैं।Body:वीओ 1 - रुद्रप्रयाग जनपद में इन दिनों ठंड का भीषण प्रकोप है। बच्चे-बूढ़े सब ठंड से बचने के लिये आग का सहारा ले रहे हैं। जो बाजार सुबह छह बजे खुल जाते थे, वह बाजार इन दिनों 10 बजे से पहले नहीं खुल रहे हैं। हिमालय क्षेत्रों की शीत लहरों का सामान निचले क्षेत्रों के लोगों को करना पड़ रहा है। जनपद में पड़ने वाले केदारनाथ धाम में सात से आठ फीट तक बर्फ जम चुकी है। केदारनाथ से ठंड के कारण सभी कर्मचारी निचे लौट आये हैं। जिले के दूरस्थ गांव तोंषी, गौंडार, गडगू, त्रियुगीनारायण सहित अन्य कई गांवों में विद्युत, संचार, पेयजल आदि लाइने पिछले एक सप्ताह से बंद पड़ी हुई हैं।
वीओ 2 - रुद्रप्रयाग जिला मुख्यालय की बात करे तो यहां सुबह 10 बजे तक कोई बाहर नहीं निकल रहा है। सर्दी इतनी है कि जो बाहर भी निकल रहे हैं, उन्हें अलाव का सहारा लेना पड़ रहा है। नगरपालिका की ओर से शहर के अधिकांश क्षेत्रों में अलाव की व्यवस्था भी नहीं की गई है। जिस कारण लोग स्वयं के संसाधनों से अलाव की व्यवस्था कर रहे हैं। इंसान तो क्या जानवर भी ठंड से बचने के लिये आग सेकने के लिये मजबूर हैं।
वीओ 3 - वहीं रुद्रप्रयाग के जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल का कहना है कि नगरपालिका के अलाव नगर पंचायत और तहसील स्तर पर ठंड से बचने के लिये अलाव की व्यवस्था करने के सख्त निर्देश दिये गये हैं।
बाइट 1 - मंगेश घिल्डियाल, जिलाधिकारी रुद्रप्रयागConclusion:
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