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CM के गृह जनपद में खुली स्वास्थ्य सुविधाओं की पोल, महिला ने एंबुलेंस में बच्चे को दिया जन्म

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Published : Feb 14, 2020, 7:36 PM IST

पौड़ी के मकलोड़ी गांव में अस्पताल न होने के कारण गर्भवती महिला ने एंबुलेंस में बच्चे को जन्म दिया. हालांकि जच्चा-बच्चा दोनों सुरक्षित हैं

child birth news in ambulance
जच्चा-बच्चा

पौड़ी: मुख्यमंत्री के गृह जनपद पौड़ी में बदहाल स्वास्थ्य सुविधा किसी से छुपी नहीं है. जिसका ताजा उदाहरण पौड़ी के डांडा नागराजा क्षेत्र में देखने को मिला है. जहां मकलोड़ी गांव निवासी गर्भवती रुचिता देवी को स्थानीय अस्पताल में बेहतर स्वास्थ्य सुविधा नहीं मिली. जिस वजह से 108 एंबुलेंस में ही प्रसव हो गया. हालांकि जच्चा और बच्चा दोनों सुरक्षित हैं.

एंबुलेंस में महिला का प्रसव.

दरअसल गुरुवार को गर्भवती रुचिता को प्रसव पीड़ा शुरू हुई. मकलोड़ी गांव के आस-पास अस्पताल न होने के चलते परिजन उन्हें जिला अस्पताल ले जाने को मजबूर हो गए. वहीं गांव से जिला अस्पताल की दूरी 60 किलोमीटर है, जहां पहुंचने के लिए तीन घंटे से ज्यादा का वक्त लगता है. ऐसे में महिला ने एंबुलेंस में ही बच्चे को जन्म दे दिया.

ये भी पढ़ें: अल्मोड़ा: महज शोपीस बनकर रह गया जन औषधि केंद्र, मरीजों को नहीं मिल रहा लाभ

रुचिता देवी ने बताया कि उनके क्षेत्र में अस्पताल नहीं है. वहीं सड़कों की हालत भी खराब है. जिसके चलते उन्हें पौड़ी आने में काफी ज्यादा समय लगा और रास्ते में ही उन्होंने बच्चे को जन्म दिया. साथ ही कहा अगर सरकार ग्रामीण क्षेत्रों में अस्पतालों की व्यवस्था करें तो प्रसव के दौरान महिलाओं को तकलीफ नहीं झेलनी पड़ेगी.

पौड़ी: मुख्यमंत्री के गृह जनपद पौड़ी में बदहाल स्वास्थ्य सुविधा किसी से छुपी नहीं है. जिसका ताजा उदाहरण पौड़ी के डांडा नागराजा क्षेत्र में देखने को मिला है. जहां मकलोड़ी गांव निवासी गर्भवती रुचिता देवी को स्थानीय अस्पताल में बेहतर स्वास्थ्य सुविधा नहीं मिली. जिस वजह से 108 एंबुलेंस में ही प्रसव हो गया. हालांकि जच्चा और बच्चा दोनों सुरक्षित हैं.

एंबुलेंस में महिला का प्रसव.

दरअसल गुरुवार को गर्भवती रुचिता को प्रसव पीड़ा शुरू हुई. मकलोड़ी गांव के आस-पास अस्पताल न होने के चलते परिजन उन्हें जिला अस्पताल ले जाने को मजबूर हो गए. वहीं गांव से जिला अस्पताल की दूरी 60 किलोमीटर है, जहां पहुंचने के लिए तीन घंटे से ज्यादा का वक्त लगता है. ऐसे में महिला ने एंबुलेंस में ही बच्चे को जन्म दे दिया.

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रुचिता देवी ने बताया कि उनके क्षेत्र में अस्पताल नहीं है. वहीं सड़कों की हालत भी खराब है. जिसके चलते उन्हें पौड़ी आने में काफी ज्यादा समय लगा और रास्ते में ही उन्होंने बच्चे को जन्म दिया. साथ ही कहा अगर सरकार ग्रामीण क्षेत्रों में अस्पतालों की व्यवस्था करें तो प्रसव के दौरान महिलाओं को तकलीफ नहीं झेलनी पड़ेगी.

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