देहरादून: साल 2024-25 कर अनुभाग ने हाउस टैक्स जमा नहीं करने वाले करीब 15 हजार कमर्शियल हाउस टैक्स धारकों को नोटिस जारी किए हैं. इसमें बड़े बकायादारों की संख्या 460 है, जिन पर 27 करोड़ रुपए का संपत्ति कर बकाया है, जबकि 50,000 रुपए से एक लाख रुपए तक के टैक्स धारकों की संख्या 3 हजार के करीब है. साथ ही शहर में वार्षिक संपत्ति कर नहीं चुकाने वाले कमर्शियल भवनों के बकायादारों को अब नगर निगम प्रशासन व्हाट्सएप पर भी नोटिस भेजेगा.
साल 2024-25 में नगर निगम ने भवन कर और संपति कर से वसूली का लक्ष्य 60 करोड़ रुपए रखा है और अब तक 36 करोड़ रुपए की वसूली हो चुकी है, लेकिन लक्ष्य पूरा करने के लिए अभी भी 24 करोड़ रुपए बकाया है, बल्कि दो महीने से कम समय बाकी बचा है. ऐसे में बकायादारों से कर वसूली को लेकर नगर निगम सख्त हो गया है. बकायादारों को लगातार नोटिस भेजे जा रहे हैं.
साथ ही नोटिस के बावजूद कर अदा नहीं करने वालों के खिलाफ कुर्की की कार्रवाई की जाएगी. ऐसे कमर्शियल प्रतिष्ठानों की संपत्ति सील करने की नगर निगम तैयारी कर रहा है और आम बकायादारों को भी आरसी जारी की जा रही है. अब तक 8 हजार बकायादारों को नोटिस जारी किए जा चुके हैं.
वहीं, हाथीबड़कला स्थित सेंट्रियों मॉल 65 लाख रुपए अदाकर सबसे बड़ा करदाता है. इसके बाद हयात रिजेंसी और पैसेफिक मॉल भी 45 लाख से अधिक का करदाता है. दोनों समय से भुगतान कर रहे हैं. साथ ही अब माल ऑफ देहरादून सबसे बड़ा करदाता होने की उम्मीद जताई जा रही है. नगर निगम की टीम मॉल का क्षेत्रफल मापने में जुट गई है.
नगर आयुक्त नमामि बंसल ने बताया कि बकायाधारों को अवशेष राशि पर बारह प्रतिशत राशि जुर्माने के तौर पर जमा करनी होगी, जबकि चालू वित्तीय वर्ष का टैक्स जमा करने पर 20% तक की छूट दी जाएगी. उन्होंने कहा कि कर अनुभाग ने इस वित्तीय वर्ष तक 60 करोड़ रुपए हाउस टैक्स एकत्रित करने का टारगेट रखा है. अभी तक 36 करोड़ के करीब धनराशि कर अनुभाग के खाते में आ चुकी है.
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