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कीर्तिनगर में मैदान के साथ हो गया 'खेल', खनन पट्टा खत्म करने की मांग - Former CM Nishank inaugurated the sports ground

पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कीर्तिनगर ब्लॉक के रानीहाट गांव में खेल मैदान का उद्घाटन किया था. उसी मैदान का कांग्रेस सरकार के समय खनन पट्टा दे दिया गया.

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खेल मैदान
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Published : Jul 15, 2021, 12:02 PM IST

Updated : Jul 15, 2021, 12:27 PM IST

श्रीनगर: कीर्तिनगर ब्लॉक के रानीहाट की जिस जमीन का पूर्व सीएम डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने खेल मैदान के रूप में उद्घाटन किया था, उसी खेल मैदान को सरकार बदलते ही खनन कारोबारी को खनन के लिए दे दिया गया. मामला कीर्तिनगर ब्लॉक के रानीहाट गांव का है. यहां ग्रामीण अब खेल का मैदान वापस पाने के लिए प्रशासनिक अधिकारियों के चक्कर लगा रहे हैं.

दरअसल, 2013 में आई आपदा में ये मैदान बाढ़ की चपेट में आने से तहस-नहस हो गया था. जिसके बाद कांग्रेस की सरकार ने इस मैदान की मरम्मत कराने के बजाय इसे खनन पट्टे में तब्दील कर दिया और अब उसमें खनन कार्य किया जाता है. अब जब ग्रामीण खेल मैदान बनाने की मांग कर रहे हैं, तो खनन पट्टा स्वामी का कहना है कि सरकार ने उसे 2024 तक खनन कार्य करने की परमिशन दी है.

खेल मैदान को लेकर असमंजस.

ये भी पढ़ें: ऋषिकेश-बद्रीनाथ एनएच पर हो रहा भूस्खलन, 3 घंटे यातायात रहा बाधित

वहीं, इस पूरे मामले में उप जिलाधिकारी श्रीनगर अजय वीर सिंह ने बताया कि ये पहले खेल मैदान ही था. सरकारी आदेश के अनुसार इसे खनन कार्य के लिए 2024 तक दिया गया है. उन्होंने कहा कि इस मामले में अभी सबकी सहमति बनी है कि पट्टाधारक का पट्टा खत्म होने के बाद उसे खेल मैदान के रूप में ही रहने दिया जाएगा. इसके लिए हम कागजी कार्रवाई पूरी कर देंगे.

श्रीनगर: कीर्तिनगर ब्लॉक के रानीहाट की जिस जमीन का पूर्व सीएम डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने खेल मैदान के रूप में उद्घाटन किया था, उसी खेल मैदान को सरकार बदलते ही खनन कारोबारी को खनन के लिए दे दिया गया. मामला कीर्तिनगर ब्लॉक के रानीहाट गांव का है. यहां ग्रामीण अब खेल का मैदान वापस पाने के लिए प्रशासनिक अधिकारियों के चक्कर लगा रहे हैं.

दरअसल, 2013 में आई आपदा में ये मैदान बाढ़ की चपेट में आने से तहस-नहस हो गया था. जिसके बाद कांग्रेस की सरकार ने इस मैदान की मरम्मत कराने के बजाय इसे खनन पट्टे में तब्दील कर दिया और अब उसमें खनन कार्य किया जाता है. अब जब ग्रामीण खेल मैदान बनाने की मांग कर रहे हैं, तो खनन पट्टा स्वामी का कहना है कि सरकार ने उसे 2024 तक खनन कार्य करने की परमिशन दी है.

खेल मैदान को लेकर असमंजस.

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वहीं, इस पूरे मामले में उप जिलाधिकारी श्रीनगर अजय वीर सिंह ने बताया कि ये पहले खेल मैदान ही था. सरकारी आदेश के अनुसार इसे खनन कार्य के लिए 2024 तक दिया गया है. उन्होंने कहा कि इस मामले में अभी सबकी सहमति बनी है कि पट्टाधारक का पट्टा खत्म होने के बाद उसे खेल मैदान के रूप में ही रहने दिया जाएगा. इसके लिए हम कागजी कार्रवाई पूरी कर देंगे.

Last Updated : Jul 15, 2021, 12:27 PM IST
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