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डेंगू मरीजों के प्रति डॉक्टरों की लापरवाही, कोटद्वार बेस हॉस्पिटल के चार डॉक्टरों को भेजा गया नोटिस, एक का वेतन रोका - उत्तराखंड न्यूज

डेंगू मरीजों के प्रति लापरवाही बरतने के आरोप में उत्तराखंड स्वास्थ्य सचिव आर राजेश कुमार के आदेश पर कोटद्वार बेस हॉस्पिटल के चार डॉक्टरों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है, जिसमें एक डॉक्टर का वेतन रोकने का भी आदेश दिया गया है.

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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Sep 16, 2023, 1:59 PM IST

कोटद्वार: उत्तराखंड में डेंगू की रोकथाम को लेकर सरकार और स्वास्थ्य विभाग की तरफ से लगातार प्रभावी कदम उठाए जा रहे हैं. सरकारी और प्राइवेट हॉस्पिटलों में डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. गरीब जनता पैसों के अभाव में सरकारी हॉस्पिटलों का रुख कर रही है, लेकिन डॉक्टरों की लापरवाही उनके जीवन पर भारी पड़ रही है. उत्तराखंड स्वास्थ्य सचिव आर राजेश कुमार ने बीते दिनों ही कोटद्वार बेस हॉस्पिटल का निरीक्षण किया था. इस दौरान उनके देखने में आया था कि वरिष्ठ डाक्टरों की तरफ से डेंगू मरीजों के इलाज में लापरवाही बरती जा रही है.
पढ़ें- डेंगू के डंक से कराह रहा देहरादून, ग्राउंड पर उतरे मेयर गामा, जमकर लगाई फटकार

इस मामले में अब उत्तराखंड स्वास्थ्य सचिव की आदेश पर मुख्य जिला स्वास्थ्य अधिकारी प्रवीण कुमार ने राजकीय बेस चिकित्सालय कोटद्वार के प्रमुख अधीक्षक विजयेश भारद्वाज, वरिष्ठ पैथालॉजिस्ट सुप्रिया और वरिष्ठ फिजिशियन डॉक्टर जेसी ध्यानी को कार्य में लापरवाही बरतने पर कारण बताओ नोटिस जारी किया है.
पढ़ें- Dengue treatment: आयुर्वेद पद्धति से भी घर में ठीक हो सकते है डेंगू संक्रमित मरीज, जानिए क्या कह रहे डॉक्टर

इसके साथ ही स्वास्थ्य सचिव आर राजेश कुमार ने डॉक्टर जेसी ध्यानी का एक महीने का वेतन रोकने का आदेश भी शासन को जारी किया है. कोटद्वार में शुक्रवार को डेंगू के 37 नए मरीज मिले थे, जिसमें से कोटद्वार राजकीय बेस चिकित्सालय में 15 मरीज भर्ती हुए हैं, जिनका डेंगू वार्ड में इलाज चल रहा है. स्वास्थ्य सचिव आर राजेश कुमार के निरीक्षण में हॉस्पिटल के पंखे भी खराब मिले थे, जिस पर स्वास्थ्य सचिव ने नाराजगी जताई थी.

कोटद्वार: उत्तराखंड में डेंगू की रोकथाम को लेकर सरकार और स्वास्थ्य विभाग की तरफ से लगातार प्रभावी कदम उठाए जा रहे हैं. सरकारी और प्राइवेट हॉस्पिटलों में डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. गरीब जनता पैसों के अभाव में सरकारी हॉस्पिटलों का रुख कर रही है, लेकिन डॉक्टरों की लापरवाही उनके जीवन पर भारी पड़ रही है. उत्तराखंड स्वास्थ्य सचिव आर राजेश कुमार ने बीते दिनों ही कोटद्वार बेस हॉस्पिटल का निरीक्षण किया था. इस दौरान उनके देखने में आया था कि वरिष्ठ डाक्टरों की तरफ से डेंगू मरीजों के इलाज में लापरवाही बरती जा रही है.
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इस मामले में अब उत्तराखंड स्वास्थ्य सचिव की आदेश पर मुख्य जिला स्वास्थ्य अधिकारी प्रवीण कुमार ने राजकीय बेस चिकित्सालय कोटद्वार के प्रमुख अधीक्षक विजयेश भारद्वाज, वरिष्ठ पैथालॉजिस्ट सुप्रिया और वरिष्ठ फिजिशियन डॉक्टर जेसी ध्यानी को कार्य में लापरवाही बरतने पर कारण बताओ नोटिस जारी किया है.
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इसके साथ ही स्वास्थ्य सचिव आर राजेश कुमार ने डॉक्टर जेसी ध्यानी का एक महीने का वेतन रोकने का आदेश भी शासन को जारी किया है. कोटद्वार में शुक्रवार को डेंगू के 37 नए मरीज मिले थे, जिसमें से कोटद्वार राजकीय बेस चिकित्सालय में 15 मरीज भर्ती हुए हैं, जिनका डेंगू वार्ड में इलाज चल रहा है. स्वास्थ्य सचिव आर राजेश कुमार के निरीक्षण में हॉस्पिटल के पंखे भी खराब मिले थे, जिस पर स्वास्थ्य सचिव ने नाराजगी जताई थी.

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