श्रीनगर: इन दिनों प्रदेश की सबसे चर्चित सीटो में से एक श्रीनगर विधानसभा सीट है. इस सीट पर जहां कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल चुनावी रण में है. वहीं भाजपा के धुरंधर धन सिंह रावत इस सीट पर चुनावी ताल ठोक रहे हैं. दोनो एक-एक बार श्रीनगर से विधायक रह चुके हैं, बावजूद इसके आज तक मेडिकल कॉलेज श्रीनगर के हालात कभी नहीं सुधरे.
आलम यह है कि आज भी मेडिकल कॉलेज श्रीगर में स्पेशलिस्ट डॉक्टरों का टोटा है. इस मेडिकल कॉलेज की छवि जनता के बीच महज रेफर सेंटर की बनी हुई है. वहीं, यहां के कर्मी भी इस वजह से काफी परेशान रहते हैं. संविदा पर कार्यरत कर्मी लंबे समय से नियमित करने की मांग कर रहे हैं. उनके मन में ठेके प्रथा में जाने का डर हमेशा बना रहता है.
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दरअसल मेडिकल कॉलेज श्रीनगर में 400 से अधिक ऐसे कर्मी हैं. जो संविदा, दैनिक, उपनल के जरिये कॉलेज में कार्यरत हैं. कुछ रोज पहले ये बात निकल कर आई कि इन कर्मियों को ठेका प्रथा के जरिये मेडिकल कॉलेज में कार्य करना होगा. जिसका कर्मियों ने विरोध भी किया.
मेडिकल कॉलेज में कार्यरत मनमोहन बर्थवाल का कहना है कि वे सालों से मेडिकल कॉलेज में कार्यरत हैं. उन्हें नियमित करने के बजाय, उन्हें ठेके प्रथा पर रखा जाना दुर्भाग्यपूर्ण होगा. वहीं, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने आश्वासन दिया है कि यदि हमारी सरकार आई तो कर्मियों को नियमित करने का रास्ता खोला जाएगा.
वहीं, कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत ने कहा मेडिकल कॉलेज में कार्यरत किसी भी कर्मी को ठेके पर नहीं रखा जाएगा. सभी की यथावत स्थिति है. उनके कार्यकाल में मेडिकल कॉलेज श्रीनगर में अच्छी मशीने लगी हैं. अच्छे डॉक्टर कॉलेज को मिले हैं. बीजेपी सरकार ने मेडिकल कॉलेज श्रीनगर के लिए बेहतर कार्य किये है.
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वहीं, इस मामले में कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता अजय उपाध्याय ने कहा कि पार्टी के 5 कार्यकता हर बूथ पर जाकर भाजपा की कुरूतियों को लेकर जनता के बीच जाएंगे और कांग्रेस के लिए वोट मांगेंगे. उन्होंने कहा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल सुलझे हुए व्यक्ति हैं. ईमानदारी के साथ कार्य करते हैं. जिसका उनको लाभ मिलेगा और वे भारी मतों के साथ जीत दर्ज करेंगे. उन्होंने कहा इस राज्य में अगर किसी की चलती है तो वो सिर्फ माफिया है. खनन माफियाओं से लेकर शराब माफियाओं की ही सरकार में चलती है. इस रीति नीति का अंत आने वाले चुनाव परिणामों में हो जाएगा.