श्रीनगर: खिर्सू ब्लॉक के ढिकाल गांव में आतंक का पर्याय बना आदमखोर गुलदार मारा गया है. जिसके बाद लोगों ने राहत की सांस ली. 5 सितंबर को श्रीनगर के ढिकाल गांव में आंगन में खेल रही 3 साल की आइसा को अपना निवाला बनाया था. घटना के बाद लोगों में आक्रोश देखा जा रहा था.
लोगों के आक्रोश को देखते हुए वन विभाग के अधिकारियों पर गुलदार को पकड़ने का खासा दबाव था. वन विभाग की टीम क्षेत्र में लगातार गश्त कर रही थी.जिसके बाद वन विभाग द्वारा गुलदार को पकड़ने, ट्रेंकुलाइज करने व अंत में उसे मारने की अनुमति ली. जिसके बाद से ही वन विभाग व शिकारी दल की संयुक्त टीम पर गुलदार की खोज कर रही थी, लेकिन घात लगाए गुलदार ने संयुक्त टीम पर हमला कर दिया. इस दौरान शिकारी दल की टीम ने गुलदार को ढेर कर दिया.
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डीएफओ स्वप्निल अनिरुद्ध ने बताया कि गुलदार के ढेर किए जाने के बाद ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है. उन्होंने बताया कि गुलदार की उम्र 6 से 7 साल आंकी जा रही है और गुलदार के दो दांत भी टूटे हुए हैं, जिससे अंदाजा लगाया जा रहा था कि गुलदार जानवरों का शिकार करने में असमर्थ था. इसलिए आसान शिकारों पर हमला कर रहा था. वहीं दूसरी तरफ इलाके में गुलदार की दहशत कम नहीं हुई है. श्रीनगर में अब भी गुलदार काफी तादाद में सक्रिय है. यहां मेडिकल कॉलेज श्रीनगर,घसिया महादेव मंदिर,रेवड़ी गांव में आए दिन गुलदार की चहलकदमी दिखाई दे रही है. लोगों ने इन इलाकों में वन विभाग से पिंजरे लगाने मांग की है. लोगों का कहना है कि गुलदार रात होते ही इन इलाकों में दिखाई दे रहा है.