कोटद्वारः शहर में एक महिला पिछले 50 दिनों से न्याय के लिए भटक रही है. महिला का आरोप है कि उसके साथ कार्यालय में छेड़छाड़ की गई. इस मामले में न्यायालय के आदेश के आदेश के बाद भी पीड़िता की रिपोर्ट पर पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की. पुलिस की लचर कार्यप्रणाली से पीड़ित महिला में काफी रोष है.
जानकारी के अनुसार 23 जुलाई 2019 को अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट कोटद्वार द्वारा कोतवाल को आदेशित किया गया था कि सुरेश तिवारी, सरोज तिवारी, पिंकी पांडे, निवासी शिवदेव केएमसी कंपनी सीगड्डी ग्रोथ सेंटर कोटद्वार के खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चिच करें, लेकिन 50 दिन का समय बीत जाने पर भी कोटद्वार कोतवाली द्वारा संबंधित लोगों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई.
पीड़िता की अधिवक्ता ने बताया कि वर्क पैलेस में पीड़िता के साथ छेड़छाड़ की गई. इन मामलों में महिलाएं ज्यादातर शर्म की वजह से शिकायत दर्ज नहीं कराती हैं. यही कारण है कि इस पूरे मामले में 1 साल का समय बीत गया लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. वहीं पीड़ित महिला दरबदर भटकती रही किसी ने उसकी बात नहीं सुनीं. थक हारकर महिला ने आखिरकार न्यायालय में एक प्रार्थना पत्र दाखिल किया गया.
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जिसमें न्यायालय ने पीड़िता के प्रार्थना पत्र के आधार पर कोटद्वार कोतवाली को आदेशित किया कि इस प्रकरण में मुकदमा पंजीकृत किया जाएं. लेकिन पुलिस ने लगभग 50 दिन के बाद न्यायालय के आदेशों पर मुकदमा पंजीकृत किया, लेकिन अभी तक महिला के बयान नहीं लिए गए हैं.
वहीं पूरे मामले में पुलिस क्षेत्राधिकारी जोतराम जोशी का कहना है कि न्यायालय के आदेश पर मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया है. पीड़िता अभी बयान देने नहीं आई है और समय दिया गया है. जैसे ही बयान हो जाते हैं उसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.