पौड़ी: देश के पहले चुनाव में पौड़ी विधानसभा सीट के पहले विधायक चन्द्र सिंह का आज तक कोई रिकॉर्ड नहीं तोड़ पाया है. वे इस सीट पर लगातार चार बार विधानसभा चुनाव जीते. वहीं, उन्हें लगातार तीन बार हार का भी सामना करना पड़ा. वे अकेले विधायक हैं जिन्होंने विधानसभा चुनाव में जीत व हार दोनों की हैट्रिक बनाई.
आजाद भारत के साल 1951 के पहले विधानसभा चुनाव में अविभाजित उत्तर प्रदेश के पौड़ी विधानसभा सीट के सर्वप्रथम विधायक बनने वाले पहले व्यक्ति चंद्र सिंह रावत थे. वे कांग्रेस के टिकट पर पौड़ी विधानसभा सीट से लगातार चार बार विधायक रहे. उनकी लोकप्रियता ऐसी रही थी कि साल 1951 के पहले विधानसभा चुनाव से लेकर चौथे यानी 1967 तक पौड़ी सीट के लगातार चार बार के विधायक बने.
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पौड़ी विस सीट पर ऐसा कारनामा चंद्र सिंह रावत के अलावा आज तक कोई नहीं कर पाया है. तब पौड़ी सीट का नाम 7 पौड़ी दक्षिण कम चमोली पूरब था. हर विधानसभा चुनाव में पौड़ी सीट का नाम बदला, लेकिन बीस सालों तक यहां के विधायक चंद्र सिंह ही रहे.
हार की भी लगाई हैट्रिक: चार बार के विधायक रहे स्व चंद्र सिंह को लगातार तीन बार मुंह की भी खानी पड़ी. वे एक के बाद एक लगातार तीन बार के विधानसभा चुनाव हारे. उन्होंने वर्ष 1969, 1974 तथा 1977 में हार का सामना किया. जिसके बाद वे कभी दोबारा चुनाव नहीं जीत पाए.
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कब-कब रहे विधायक: चंद्र सिंह (अब स्वर्गीय) ने 1951 में देश का पहला विधानसभा चुनाव पौड़ी सीट से जीता. इसके बाद वे 1957, 1962 तथा 1967 में पौड़ी सीट से रिकॉर्ड बार विधायक बने. इनके इस रिकॉर्ड को मौजूदा समय तक पौड़ी विधानसभा सीट से कोई नहीं तोड़ पाया है.
पौड़ी सीट से कई विधायकों ने राष्ट्रीय स्तर पर अपनी छाप छोड़ी है. डा. शिवानंद नौटियाल को शिक्षा और साहित्य के क्षेत्र में अहम योगदान के लिए आज भी याद किया जाता है. उत्तर प्रदेश में पौड़ी सीट के पहले विधायक चंद्र सिंह रावत बने.