पिथौरागढ़/ पौड़ी: हिन्दी दिवस के मौके पर प्रदेश के कई जिलों में कार्यक्रमों का आयोजन किया गया. वहीं, पिथौरागढ़ महाविद्यालय में विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया. साथ ही रंगोली, पोस्टर और कई प्रतियोगिताएं भी आयोजित की गई. इसके साथ ही हिंदी दिवस के अवसर पर हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल (केंद्रीय) विश्वविद्यालय के पौड़ी परिसर में हिंदी भाषा के महत्व के बारे में जानकारी दी गई.
14 सितम्बर 1953 को पहली बार हिन्दी दिवस मनाया गया था. इसके बाद से ही हर साल 14 सितम्बर को देशभर में हिन्दी दिवस बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है. लक्ष्मण सिंह महर राजकीय स्नात्कोत्तर महाविद्यालय में हिन्दी दिवस के मौके पर गोष्ठी के साथ ही विभिन्न प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया गया. इस मौके पर वक्ताओं ने हिन्दी भाषा के महत्व पर प्रकाश डाला और छात्रों से हिन्दी के संरक्षण के लिए आगे आने की अपील की.
इस मौके पर वक्ताओं ने राजभाषा हिन्दी की दुर्दशा पर चिंता जाहिर की और कहा कि जब तक हिन्दी को उचित सम्मान नहीं मिलेगा तब तक राष्ट्र प्रगति के पथ पर आगे नहीं बढ़ सकता. साथ ही वक्ताओं ने कहा कि राष्ट्रीय एकता के लिए हिन्दी के गौरव को बनाये रखना काफी जरूरी है.
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छात्रा पूनम ने बताया कि हम सभी युवा छात्र-छात्राओं ने हिंदी माहौल में शिक्षा दीक्षा ग्रहण की है. इसके बाद अन्य भाषा के माहौल में रहना उनके लिए कठिन रहता है. हिंदी भाषा बहुत ही महत्वपूर्ण है. आज रोजगार क्षेत्र में हिंदी भाषा के अलावा अन्य भाषाओं में प्रतियोगिताएं करवाई जाती हैं, जिससे की काफी अंतर उन्हें देखने को मिलता है.