श्रीनगर: हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल केंद्रीय विवि (Hemvati Nandan Bahuguna Garhwal Central University) के कर्मचारियों के बीच एक बार फिर आंदोलन की सुगबुगाहट शुरू हो गयी है. आज बड़ी संख्या में विवि के कर्मचारियों ने कार्य बहिष्कार किया. इस दौरान संयुक्त कर्मचारी संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने विवि के भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ केंद्र सरकार से सीबीआई जांच करवाने की मांग की.
बता दें कि संयुक्त कर्मचारी संघर्ष समिति (Joint Staff Struggle Committee) के बैनर तले कर्मी अपनी मांगों को लेकर पिछले 50 दिनों से आंदोलनरत हैं. आज प्रशासनिक भवन के सामने हेमवती नंदन बहुगुणा पार्क में बड़ी संख्या में कर्मचारी ने बैठक की. जिसमें कर्मचारियों ने आंदोलन को ओर बड़ा करने की बात कही.
इस बैठक में पौड़ी श्रीनगर और टिहरी विवि कैंपस के कर्मचारी मौजूद रहे. इस दौरान बैठक में फैसला लिया गया कि अगर कर्मियों की मांगों को जल्द नहीं माना गया तो 3 महीने बाद कर्मी भूख हड़ताल पर विवि परिसर में ही बैठ जाएंगे.
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संयुक्त कर्मचारी संघर्ष समिति के अध्यक्ष देवेंद्र फर्स्वांण ने कहा सालों से दैनिक वेतन भोगी कर्मी विवि में अपनी स्थायी नियुक्ति की मांग करते आ रहे हैं, लेकिन उन्हें स्थायी नियुक्ति नहीं दी जा रही है. इसके साथ ही सालों से कर्मियों को पदोन्नति नहीं मिली है. जबकि सभी कर्मी नियमानुसार पदोन्नति के हकदार है.
फर्स्वांण ने कहा विवि में बहुत से अधिकारी भ्रष्टाचार में लिप्त है. जिनकी सीबीआई जांच की जानी चाहिए. कर्मियों के आंदोलन को राज्य आंदोलनकारियों का भी समर्थन प्राप्त है. राज्य आंदोलनकारी प्रेम दत्त नौटियाल ने कहा गढ़वाल विवि के निर्माण के लिए लोगों ने आंदोलन किया, लेकिन आज विवि भ्रष्टाचार का अड्डा बन गया है. जिसके विरोध में वे तीन माह बाद विवि में भूख हड़ताल पर बैठ जायेंगे.