श्रीनगर: प्रदेश को अपना नया स्वास्थ्य मंत्री मिलने के बाद स्वास्थ्यकर्मियों में स्थाई नियुक्तियों को लेकर आशा की किरण जगी है. दरअसल, राजकीय मेडिकल कॉलेज श्रीनगर के अस्तित्व में आने के बाद से यहां पिछले 12 सालों से स्वास्थ्यकर्मी अपनी स्थाई नियुक्ति की बाट जोह रहे हैं. जिसको लेकर उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत भेंट की. लेकिन आज तक सरकार द्वारा इनके तरफ कोई ध्यान नहीं दिया है.
श्रीनगर मेडिकल कॉलेज में ऐसे चार सौ कर्मी हैं, जो पिछले कई सालों से मेडिकल कॉलेज को अपनी सेवा दे रहे हैं. ऐसे में अब एक बार फिर इन कर्मियों ने स्थाई नियुक्ति की मांग उठानी शुरू कर दी है. इस संबंध में कर्मियों ने स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत को अपनी समस्याओं से अवगत कराया.
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राजकीय मेडिकल कॉलेज के संयुक्त कर्मचारी संगठन के अध्यक्ष मनमोहन बर्त्वाल ने कहा की मेडिकल कॉलेज श्रीनगर में चार सौ स्वास्थ्यकर्मी ऐसे हैं, जो नियमितीकरण की आस लगाए बैठे हुए हैं. साल 2016 में मात्र 14 कर्मियों की स्थाई नियुक्ति अभी तक मेडिकल कॉलेज श्रीनगर में हुई है. बाकी चार सौ कर्मी आज भी अपनी स्थाई नियुक्ति की आस लगाए बैठे हुए हैं.
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वहीं, स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि इस विषय मे जल्द कोई ठोस निर्णय लिया जायेगा. उन्होंने भी माना कि स्वास्थ्यकर्मी श्रीनगर मेडिकल कॉलेज में वर्षों से कार्यरत हैं, लेकिन उन्हें स्थाई नियुक्ति नहीं मिली है.