पौड़ी: जनपद में पकड़े जाने वाले आदमखोर गुलदारों को हरिद्वार में बने रेस्क्यू सेंटर भेजा जाता है. वहीं लगातार बढ़ रही गुलदारों की संख्या के चलते वहां पर भी जगह नहीं बची है. जिससे वन विभाग को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. विभाग को गुलदारों को छोड़ने के लिए लंबी दूरी तय कर हल्द्वानी जाना पड़ता है, लेकिन अब इन समस्याओं का जल्द समाधान हो जाएगा. वन मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत ने बताया कि प्रदेश सरकार की ओर से पौड़ी और रामनगर दो स्थानों पर गुलदारों के लिए रेस्क्यू सेंटर का निर्माण किया जा रहा है.
गौर हो कि पौड़ी के कोटद्वार क्षेत्र में एक रेस्क्यू सेंटर का निर्माण किया जा रहा है. इसके साथ ही रामनगर के समीप भी दूसरा रेस्क्यू सेंटर बनाया जाएगा, ताकि गढ़वाल मंडल के आसपास के क्षेत्रों में पकड़े जाने वाले आदमखोर गुलदारों को इन रेस्क्यू सेंटरों में रखा जाय. वन मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत ने बताया कि पहाड़ी क्षेत्रों में लगातार गुलदारों की संख्या में इजाफा हो रहा है. वहीं हरिद्वार में भी गुलदारों को रखने के लिए जगह नहीं बची है, जिससे विभाग को गुलदारों को हल्द्वानी में बने रेस्क्यू सेंटर भेजना पड़ता है.
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प्रदेश सरकार की ओर से पौड़ी और रामनगर दो स्थानों पर गुलदारों के लिए रेस्क्यू सेंटर का निर्माण किया जा रहा है. कोटद्वार क्षेत्र के अंतर्गत 9 करोड़ की लागत से एक जू और रेस्क्यू सेंटर का निर्माण किया जाएगा. जिसके लिए 2 करोड़ की धनराशि डीएफओ लैंसडाउन को दे दी गई है. साथ ही रामनगर में भी रेस्क्यू सेंटर खोला जाएगा ताकि उत्तराखंड के आदमखोर गुलदारों को वहां रखा जाएगा, जिससे लोग सुरक्षित रह सकें.