कोटद्वार: सिगड्डी स्थित एक फैक्ट्री से युवती के घायल होने का मामला सामने आया है. बताया जा रहा है कि युवती का पैर अंडे की ट्रे बनाने वाली मशीन में बुरी तरह फस गया था. जिसके बाद कर्मचारी आनन-फानन में युवती को राजकीय बेस चिकित्सालय कोटद्वार ले गए. जहां युवती का इलाज जारी है. फिलहाल युवती की हालत गंभीर बताई जा रही है.
इस दौरान युवती के चिल्लाने पर फैक्ट्री में कार्य करने वाले लोगों ने मशीन को बंद किया. उसके बाद मशीन के कल पुर्जे खोलकर युवती का पैर मशीन से बाहर निकाला. युवती का आरोप है कि जब वह दर्द से चिल्ला रही थी तो फैक्ट्री में कार्यरत लोगों ने उसका मुंह बंद कर दिया. उसे राजकीय बेस चिकित्सालय में भर्ती कराकर उसकी सुध लेने के लिए भी नहीं आ रहे हैं.
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वहीं, पीड़ित आरती ने बताया कि फैक्ट्री में अंडों की ट्रे बनती है, जब मैं कंपनी में गई तो मुझे सिर्फ अंडे की ट्रे की गिनती और प्रेस करने में लगाया गया. लेकिन बाद में कंपनी में मुझसे जबरन मशीन पर काम करवाया गया. तीसरे दिन जब मैंने मशीन पर काम किया तो मैं कुछ देर बाद थक गई और मैंने मना कर दिया. जब मैं मशीन से उतर रही थी तो ऑपरेटर ने मशीन बंद नहीं की और मैं मशीन के अंदर चली गई, जब मैं चिल्लाई तो ठेकेदार ने मुझे खींचा था,लेकिन प्रयास असफल रहा. तब जाकर मशीन बंद की तब तक मेरा तीन चार राउंड मशीन के अंदर घूम गया. उसके बाद मशीन बंद करनी पड़ी. किसी तरह मशीन को खोल कर मुझे निकाला गया. उसके बाद मेरा मुंह कपड़े से बंद कर दिया गया.
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पीड़िता की बुआ रीना रावत ने बताया कि यह घटना शुक्रवार ढाई बजे की घटना है.इसकी सूचना हमें छह बजे बताया गया.उन्होंने बताया कि इसका पैर मशीन में फिसल गया. जब बेटी से पुछा गया तो पीड़िता ने बताया कि मैं मशीन का काम नहीं जानती हूं तो जबरन मुझे मशीन पर बैठाया गया.
वहीं, कोटद्वार उपजिलाधिकारी योगेश मेहरा ने बताया कि मामला मेरे संज्ञान में आया है.इस घटनाक्रम में सहायक श्रम आयुक्त को निर्देशित किया जा रहा है कि जांच कर रिपोर्ट दें. मांगो के अनुरूप तत्तकाल प्रभाव से कार्रवाई की जाए.