कोटद्वार: पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सुरेंद्र सिंह नेगी वन मंत्री और क्षेत्रीय विधायक हरक सिंह रावत के 4 साल के कार्यकाल से नाखुश नजर आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि कोटद्वार में अगर कोई कार्य हुआ है तो वह मेडिकल कॉलेज की 192 बीघा भूमि पर यूपी के डंपरों से खनन हुआ है. ऐसा लग रहा है कि वर्तमान विधायक का यूपी के डंपरों से बहुत ही नजदीकी व गहरा संबंध है.
कांग्रेस शासनकाल वर्ष 2015-16 में कोटद्वार के कलालघाटी क्षेत्र में मेडिकल कॉलेज के लिए 192 बीघा भूमि स्वीकृत की थी. जिस पर तत्कालीन सरकार ने चारदीवारी व एक नलकूप का निर्माण करवाया था. 2017 में सरकार बदलते ही मेडिकल कॉलेज का निर्माण कार्य ठप पड़ गया. पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सुरेंद्र सिंह नेगी ने आरोप लगाया कि क्या वर्तमान विधायक का कार्य मेडिकल कॉलेज के निर्माण को आगे बढ़ाना नहीं था? उन्होंने कहा कि वर्तमान विधायक ने कोटद्वार विधानसभा क्षेत्र में 4 साल में अगर कोई कार्य किया है तो वह मेडिकल कॉलेज की 192 बीघा भूमि पर यूपी के डंपरों से खनन है. लेकिन वन मंत्री ने एक बार भी उस जमीन की ओर झांकने की कोशिश नहीं की.
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पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सुरेंद्र सिंह नेगी ने कहा कि कुछ दिन पूर्व स्थानीय विधायक हरक सिंह रावत ने मीडिया में अपने बयान में मेडिकल कॉलेज बनाने की बात कही थी. उनका सवाल है कि क्या मेडिकल कॉलेज की 192 बीघा भूमि जो कांग्रेस शासनकाल में स्वीकृत हुई थी, उस धनराशि की स्वीकृति से वहां पर फाउंडेशन और भूमि की चारदीवारी की गई थी. एक नलकूप खोदा गया था, क्या उस कार्य को आगे बढ़ाने का काम स्थानीय विधायक का नहीं था? क्या उन्होंने उस मेडिकल कॉलेज की भूमि पर कुछ नया कार्य किया?
उन्होंने मेडिकल कॉलेज की भूमि पर निर्माण कार्य तो नहीं किया बल्कि उस भूमि को अपने श्रम विभाग को ट्रांसफर कर दिया था. ताकि उस में खनन का कार्य कर सकें. पिछले 4 सालों से उस भूमि में यूपी के डंपरों से रात और दिन खनन कार्य किया जा रहा है.
मेडिकल कॉलेज की भूमि पर 40 से 50 फीट गहरे गड्ढे हुए हैं. लेकिन वर्तमान विधायक ने उस ओर झांकने की जहमत तक नहीं समझी. यह भी बताया जाता है कि यूपी के डंपरों से स्थानीय विधायक के कहीं न कहीं बहुत गहरे व नजदीकी संबंध हैं.