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पौड़ी में नजर आने लगी बुरांस की सुर्ख लालिमा, कम ऊंचाई पर खिल गया फूल

पौड़ी के चैलूसैंण वन क्षेत्र में बुरांस के फूल खिल गए हैं. हालांकि अभी हिमालय के ऊंचाई वाले इलाकों में बुरांस नहीं खिला है. जानकार इसे ग्लोबल वॉर्मिंग मान रहे हैं.

pauri buransh bloom
बुरांस की सुर्ख लाली
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Published : Feb 21, 2022, 6:29 PM IST

Updated : Feb 21, 2022, 6:45 PM IST

कोटद्वारः पौड़ी जिले में समय से पहले ही बुरांस की सुर्ख लालिमा नजर आने लगी है. द्वारीखाल ब्लॉक के चैलूसैंण वन क्षेत्र के जगलों में अभी से ही पेड़ लाल फूलों से लकदक हो गए हैं. वक्त से पहले खिले बुरांस को लेकर पर्यावरणविद खासे चिंतित हैं. उनका मानना है कि समय से पहले बुरांस का खिलना ग्लोबल वॉर्मिंग का नतीजा है.

दरअसल, पौड़ी जिसे के द्वारीखाल ब्लॉक के चैलूसैंण वन क्षेत्र के जंगलों में बुरांसके फूल खिले हुए हैं, जो लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रहे हैं. लेकिन समय से पहले ही खिले बुरांस के फूल कई सवाल भी पैदा कर रहे हैं. स्थानीय लोग और विशेषज्ञों का कहना है कि बुरांस आमतौर पर होली के समय 15 मार्च 15 अप्रैल के बीच खिलता है. लेकिन इस साल समय से पहले बुरांस खिला नजर आ रहा है. जबकि, पौड़ी के उच्च हिमालयी क्षेत्र में वसंत ऋतु यानी फाल्गुन माह में बुरांस अभी तक नहीं खिला है.

पौड़ी में नजर आने लगी बुरांस की सुर्ख लालिमा.

ये भी पढ़ेंः बसंत के फूलों से सजी केदारघाटी, प्रवासी पक्षियों का आगमन शुरू

उद्यान एवं विज्ञान प्रशिक्षण केंद्र के प्रभारी प्रधानाचार्य सुनील कुमार नवानी का कहना है कि बुरांस के फूल होली के समय मार्च-अप्रैल के मध्य में खिलते हैं, लेकिन ग्लोबल वॉर्मिंग के चलते पहली बार समय से पहले खिलता दिखाई दे रहा है. साथ ही कहा कि ओला और पाला न पड़ने से बुरांस को खिलने के लिए उपयुक्त वातावरण मिला है. शायद यही वजह है कि बुरांस पहले खिल रहा है.

ये भी पढ़ेंः सेहत को दुरुस्त तथा निरोग रखने में सक्षम है बुरांस

वहीं, वनस्पति विज्ञान की प्रोफेसर कविता बिष्ट बताती हैं कि इस बार समय पर बारिश और बर्फबारी होने से वृक्ष को पर्याप्त पोषक तत्व मिलने से भी बुरांस समय से पहले खिला है. वो बताती हैं कि बुरांस का फूल पेय पदार्थों में सबसे उपयुक्त शीतल पेय है. इसमें आयरन प्रचुर मात्रा में पाया जाता है. बुरांस के फूल से आरटीएस ड्रिंक, जूस, चटनी, शर्बत तैयार कर व्यावसायिक लाभ ले सकते हैं. खासकर उत्तराखंड के ग्रामीण क्षेत्रों के लोग स्वास्थ्य लाभ लेकर रोजगार कर आमदनी कमा सकते हैं.

बुरांस के फायदे-

  • बुरांस में प्रचुर मात्रा में आयरन पाया जाता है, जो खून साफ करने के साथ ही उसकी मात्रा भी बढ़ाता है.
  • बुरांस का जूस हृदय संबंधी बीमारियों को दूर रखने में मदद करता है.
  • बुरांस का जूस उच्च रक्तचाप यानी यानी हाई ब्लड प्रेशर को कम करता है.
  • बुरांस का जूस लीवर को भी दुरुस्त रखता है.
  • बुरांस रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाता है.
  • बुरास एंटी ऑक्सीडेंट की पूर्ति भी करता है.

कोटद्वारः पौड़ी जिले में समय से पहले ही बुरांस की सुर्ख लालिमा नजर आने लगी है. द्वारीखाल ब्लॉक के चैलूसैंण वन क्षेत्र के जगलों में अभी से ही पेड़ लाल फूलों से लकदक हो गए हैं. वक्त से पहले खिले बुरांस को लेकर पर्यावरणविद खासे चिंतित हैं. उनका मानना है कि समय से पहले बुरांस का खिलना ग्लोबल वॉर्मिंग का नतीजा है.

दरअसल, पौड़ी जिसे के द्वारीखाल ब्लॉक के चैलूसैंण वन क्षेत्र के जंगलों में बुरांसके फूल खिले हुए हैं, जो लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रहे हैं. लेकिन समय से पहले ही खिले बुरांस के फूल कई सवाल भी पैदा कर रहे हैं. स्थानीय लोग और विशेषज्ञों का कहना है कि बुरांस आमतौर पर होली के समय 15 मार्च 15 अप्रैल के बीच खिलता है. लेकिन इस साल समय से पहले बुरांस खिला नजर आ रहा है. जबकि, पौड़ी के उच्च हिमालयी क्षेत्र में वसंत ऋतु यानी फाल्गुन माह में बुरांस अभी तक नहीं खिला है.

पौड़ी में नजर आने लगी बुरांस की सुर्ख लालिमा.

ये भी पढ़ेंः बसंत के फूलों से सजी केदारघाटी, प्रवासी पक्षियों का आगमन शुरू

उद्यान एवं विज्ञान प्रशिक्षण केंद्र के प्रभारी प्रधानाचार्य सुनील कुमार नवानी का कहना है कि बुरांस के फूल होली के समय मार्च-अप्रैल के मध्य में खिलते हैं, लेकिन ग्लोबल वॉर्मिंग के चलते पहली बार समय से पहले खिलता दिखाई दे रहा है. साथ ही कहा कि ओला और पाला न पड़ने से बुरांस को खिलने के लिए उपयुक्त वातावरण मिला है. शायद यही वजह है कि बुरांस पहले खिल रहा है.

ये भी पढ़ेंः सेहत को दुरुस्त तथा निरोग रखने में सक्षम है बुरांस

वहीं, वनस्पति विज्ञान की प्रोफेसर कविता बिष्ट बताती हैं कि इस बार समय पर बारिश और बर्फबारी होने से वृक्ष को पर्याप्त पोषक तत्व मिलने से भी बुरांस समय से पहले खिला है. वो बताती हैं कि बुरांस का फूल पेय पदार्थों में सबसे उपयुक्त शीतल पेय है. इसमें आयरन प्रचुर मात्रा में पाया जाता है. बुरांस के फूल से आरटीएस ड्रिंक, जूस, चटनी, शर्बत तैयार कर व्यावसायिक लाभ ले सकते हैं. खासकर उत्तराखंड के ग्रामीण क्षेत्रों के लोग स्वास्थ्य लाभ लेकर रोजगार कर आमदनी कमा सकते हैं.

बुरांस के फायदे-

  • बुरांस में प्रचुर मात्रा में आयरन पाया जाता है, जो खून साफ करने के साथ ही उसकी मात्रा भी बढ़ाता है.
  • बुरांस का जूस हृदय संबंधी बीमारियों को दूर रखने में मदद करता है.
  • बुरांस का जूस उच्च रक्तचाप यानी यानी हाई ब्लड प्रेशर को कम करता है.
  • बुरांस का जूस लीवर को भी दुरुस्त रखता है.
  • बुरांस रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाता है.
  • बुरास एंटी ऑक्सीडेंट की पूर्ति भी करता है.
Last Updated : Feb 21, 2022, 6:45 PM IST
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