श्रीनगर: एचएनबी गढ़वाल विवि के फाइनल सेमेस्टर में इस बार प्रवेश परीक्षाओं के समान लिखित परीक्षा होगी. परीक्षार्थियों को बहु विकल्पीय प्रश्न पत्र और उत्तर लिखने के लिए ओएमआर शीट दी जाएगी. वहीं, इंटरमीडिएट सेमेस्टर में यूजीसी के सुझाव के अनुसार, परीक्षार्थियों को प्रमोट किया जाएगा. इसका आधार पिछले सेमेस्टर के प्राप्तांक और इंटरनल असेसमेंट का 50-50 प्रतिशत मूल्यांकन होगा. किसी भी सेमेस्टर में प्रयोगात्मक परीक्षा नहीं होगी. इसके लिए असाइनमेंट दिए जाएंगे. यह निर्णय विवि की विद्या परिषद (एसी) की बैठक में लिए गए. अब इन निर्णयों पर कार्य परिषद की अंतिम मुहर लगनी बाकी है.
कोरोना संक्रमण के चलते घोषित लॉकडाउन की वजह से विवि की परीक्षाएं प्रभावित हुई हैं. जिसके चलते परीक्षाओं को सम्पन्न कराने के विकल्पों पर चर्चा करने हेतु कुलपति प्रो. अन्नपूर्णा नौटियाल की अध्यक्षता में बैठक सम्पन्न हुई. बैठक में 1 जुलाई से परीक्षा आयोजित करने पर सहमति बनी. हालांकि, यह भी कहा गया है कि कोरोना संक्रमण और परीक्षा तैयारी में लगने वाले समय की वजह से फेरबदल भी हो सकता है.
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बैठक में निर्णय लिया गया कि फाइनल सेमेस्टर की परीक्षा में सामान्य दिनों की तरह परीक्षा नहीं ली जाएगी. बल्कि परीक्षार्थियों को बहु विकल्पीय सवाल दिए जाएंगे. उत्तर का विकल्प अंकित करने के लिए ओएमआर शीट दी जाएगी. इससे दोहरा फायदा यह होगा कि 1 दिन में 4 परीक्षा हो सकती है और परीक्षा भी 2 घंटे के बजाय 1 घंटे में सम्पन्न हो जाएगी. साथ ही ओएमआर शीट की जांच में भी वक्त नहीं लगेगा. जबकि अन्य सेमेस्टर में छात्रों को अंकों के आधार पर प्रमोट किया जाएगा.
बैठक में यह भी चर्चा हुई कि जिनकी पीएचडी थीसिस जमा करने की तिथि लॉकडाउन अवधि में थी, उनके लिए लॉकडाउन खुलने की तिथि के बाद न्यूनतम छह माह या अधिकतम एक साल का समय दिया जाएगा. आगामी शिक्षण सत्र में पीजी प्रवेश परीक्षा के स्थान पर मेरिट के आधार पर प्रवेश दिलाए जाने के निर्णय को मंजूरी मिल गई है.