विश्व कैंसर दिवस 2025: विश्व कैंसर दिवस हर साल 4 फरवरी को मनाया जाता है. यह दिवस कैंसर से संबंधित उपचारों को बढ़ावा देने और कैंसर के बारे में जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से मनाया जाता है. हर साल कैंसर के कारण कई लोग अपनी जान गंवा देते हैं. इसलिए कैंसर के बारे में जानना महत्वपूर्ण है. भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद द्वारा हाल ही में प्रकाशित आंकड़ों के अनुसार, देश में कैंसर के मामलों में 12 से 18 प्रतिशत की वृद्धि हो सकती है. इस वजह से हर साल इस दिन कैंसर के लक्षण, इसके उपचार और कैंसर की रोकथाम के बारे में जागरूकता बढ़ाई जाती है. आइए विश्व कैंसर दिवस के इतिहास, थीम और रोकथाम के उपायों के बारे में जानें.
कैंसर दिवस का इतिहास
विश्व कैंसर दिवस मनाने का प्रस्ताव 1999 में पेरिस में कैंसर के खिलाफ विश्व शिखर सम्मेलन में रखा गया था. फिर, 4 फरवरी 2000 को फ्रांस में नई सहस्राब्दी के लिए विश्व कैंसर परिषद में एक कैंसर सम्मेलन आयोजित किया गया. इस अवसर पर यूनेस्को के तत्कालीन महानिदेशक कोइचिरो मत्सूरा और फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति जैक्स चिरार्ड ने कैंसर दिवस मनाने के प्रस्ताव पर हस्ताक्षर किए. तब से हर साल 4 फरवरी को विश्व कैंसर दिवस मनाया जाता है.
इस वर्ष की थीम: विश्व कैंसर दिवस हर साल अलग-अलग थीम के अनुसार मनाया जाता है. इस वर्ष का विषय है 'एकता से अद्वितीयता'.
2.3 मिलियन महिलाओं को स्तन कैंसर है: स्तन कैंसर दुनिया भर में दूसरा सबसे आम कैंसर है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार, 2022 में 2.3 मिलियन महिलाओं में स्तन कैंसर का निदान किया गया. इसके अलावा, दुनिया भर में 670,000 लोगों की कैंसर से मौत हो चुकी है.
कैंसर से बचने के लिए ये करें
- तम्बाकू से बचें.
- अपना वजन नियंत्रण में रखें.
- जीवनशैली बदला
- स्वस्थ आहार खायें.
- नियमित व्यायाम करें.
- अपने आप को धूप से बचाने के लिए सनस्क्रीन लगाएं या छाया में रहें.
- मानव पेपिलोमावायरस या हेपेटाइटिस-बी के विरुद्ध टीका लगवाएं.
- तनाव ना लें.
- प्रसंस्कृत मांस खाने से बचें.
- लाल मांस खाने से बचें क्योंकि इससे लीवर और फेफड़ों के कैंसर का खतरा 20 से 60% तक बढ़ जाता है.
- स्क्रीन का समय कम करें क्योंकि इससे नींद में खलल पड़ती है और स्तन तथा प्रोस्टेट कैंसर का खतरा बढ़ सकता है.
(डिस्क्लेमर: यहां आपको दी गई सभी स्वास्थ्य संबंधी जानकारी और सलाह केवल आपकी जानकारी के लिए है. हम यह जानकारी वैज्ञानिक अनुसंधान, अध्ययन, चिकित्सा और स्वास्थ्य पेशेवर सलाह के आधार पर प्रदान कर रहे हैं. बेहतर होगा कि इन पर अमल करने से पहले आप अपने निजी डॉक्टर की सलाह ले लें.)