कोटद्वार: 26 अक्टूबर को कोटद्वार नगर क्षेत्र के जीवानंदपुर में विवाहिता अनीता देवी पत्नी लवली उर्फ मोहन सिंह की कीटनाशक पीने से मौत हो गई. जिसके बाद पुलिस ने मृतका की मां की तहरीर पर विवाहिता के पति के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया. जिसके विरोध में ससुरालियों ने थाने का घेराव किया. ससुरालियों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने बिना जांच किए हत्या का मुकदमा दर्ज किया है.
विवाहिता के पति के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज होने से ससुराल पक्ष के लोग नाराज हैं. ससुराल पक्ष ने सैकड़ों लोगों के साथ मिलकर कोटद्वार कोतवाली का घेराव किया. आरोपी पति के परिजन और रिश्तेदारों ने कहा कि बिना जांच के हत्या का मुकदमा दर्ज नहीं किया जाना चाहिए था.
वहीं, कोतवाली का घेराव करने पहुंची महिलाओं ने कहा विवाहिता अनीता देवी के पति और ससुर ने उसे बचाने का पूरा प्रयास किया था. अनीता देवी के ससुर दिलावर सिंह ने कहा उस दिन हमारे घर में दो तीन महिलाएं आई. उन्होंने बहू से क्या कहा, जिसके बाद अनीता के व्यवहार में परिवर्तन हो गया.
ये भी पढ़ें: केदार सिंह मिसिंग मामला: थानाध्यक्ष व चौकी प्रभारी तपोवन पर दर्ज होगा मुकदमा
बता दें कि विवाहिता अनीता देवी की मौत के बाद 27 अक्टूबर को मृतका की मां प्रतिमा देवी ने अपने दामाद के खिलाफ कोतवाली में तहरीर दी थी, जिसके आधार पर पुलिस ने आरोपी पति पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया.
वहीं, मृतका अनीता देवी की मां प्रतिमा देवी ने कोटद्वार उप जिलाधिकारी को ज्ञापन देकर कहा कि मुकदमा दर्ज होने के बाद भी आरोपी खुलेआम घूम रहा है. कोटद्वार पुलिस जांच में कोताही बरत रही है. मृतका की मां ने कोटद्वार पुलिस पर आरोपियों को सहयोग करने का आरोप लगाया. साथ ही उन्होंने अनीता के हत्यारों को गिरफ्तार करने की मांग की.