पौड़ी: शहर में अतिक्रमण हटाने के नाम पर दुकानें और रिहायशी भवन तोड़े जाने पर कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने प्रदेश सरकार को आड़े हाथों लिया है. गोदियाल ने कहा कि प्रदेश में इन दिनों अतिक्रमण हटाने के नाम पर सरकार ने हजारों लोगों को बेरोजगार कर दिया है. दुकानों से अपने परिवार का भरण पोषण करने वालों के सामने अब आजीविका का संकट खड़ा हो गया है.
कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल का दर्द इन दिनों चल रहे अतिक्रमण पर छलका है. कहा कि अतिक्रमण को नाम पर हजारों लोग आज बेरोजगार हो चुके हैं. कहा कि सरकार चाहती हो इसे आसानी से रोका जा सकता था. सरकार प्रदेश में एक बार फिर से पलायन को बढ़ा रही है. गणेश गोदियाल ने कहा कि अतिक्रमण होने के बाद अब लोग एक बार फिर से पलायन को मजबूर हो रहे हैं. पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने कहा कि सरकारें चाहती तो अतिक्रमण को रोका जा सकता था. उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि वे अवैध अतिक्रमण के पक्ष में नहीं हैं. लेकिन जिस तरह से सरकार ने सभी प्रकार के अतिक्रमण को एक ही चश्मे से देखा है, वह गलत है. कहा कि कई लोग तो पुश्तैनी रूप से सड़क किनारे अपना रोजगार करते आ रहे हैं.
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उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने मुख्य चुनाव आयुक्त की नियुक्ति को लेकर जारी एक आदेश दिया था. जिससे केंद्र सरकार ने बदल दिया. जबकि उत्तराखंड हाईकोर्ट ने भी एनएच ओर एसएच से वाइन शॉप को हटाए जाने के आदेश जारी किये थे. सरकार ने इसमें भी अगल ही रास्ता निकाल लिया और शराब की दुकानें बच गईं. गणेश गोदियाल ने अतिक्रमण के खिलाफ सभी लोगों को एकजुट होने का आह्वान किया है. उन्होंने कहा कि सरकार से डरने की कोई आवश्यकता नहीं है. सभी लोग लामबंद होकर सवाल करें. उन्होंने आगे कहा कि सरकार की जिम्मेदारी है कि दुकानों को तोड़ने का कार्य किया है तो हमारे लिए रोजगार मुहैया कराएं.