ETV Bharat / state

जिला पंचायत पौड़ी में कांग्रेस ने लगाया भ्रष्टाचार का आरोप, SIT जांच की मांग - उत्तराखंड न्यूज

कांग्रेस का आरोप है कि जिला पंचायत पौड़ी अपने चहेते ठेकेदारों को ही सारा काम दिया जा रहा है. जिस कारण अन्य ठेकेदार बेरोजगारी की मार से जूझ रहे हैं.

pauri
कांग्रेस नेता
author img

By

Published : Jan 10, 2020, 8:39 PM IST

पौड़ी: जिला पंचायत पौड़ी में लगातार उजागर हो रहे भ्रष्टाचार के मामलों पर कांग्रेस ने साल 2003 से जिला पंचायत के कार्यकाल की एसआईटी जांच करने की मांग की है. कांग्रेस का आरोप है कि जीरो टॉलरेंस की बात कर रही है सरकार में लगातार भ्रष्टाचार के मामले उजागर होते जा रहे हैं. ऐसे में अगर प्रदेश सरकार सही में जीरो टॉलरेंस के पक्ष में है तो वह साल 2003 से पौड़ी जिला पंचायत के कार्यकाल की एसआईटी जांच करवाएं. ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो सके.

कांग्रेस का आरोप

खिर्सू क्षेत्र से जिला पंचायत सदस्य आरती भंडारी ने जिला पंचायत पर आरोप लगाते हुए कहा कि जिला पंचायत में करीब 150 रजिस्टर्ड ठेकेदार हैं. लेकिन जिला पंचायत की ओर से अपने चहेते ठेकेदारों को ही सारा काम दिया जा रहा है. जिस कारण अन्य ठेकेदार बेरोजगारी की मार से जूझ रहे हैं.

भंडारी का आरोप है कि जिला पंचायत के अधिकतर कामों में भ्रष्टाचार की बू आ रही है. जिस तरह से जिला पंचायत अपने चहेते ठेकेदारों को काम दे रहा है उससे साफ नजर आ रहा है कि वहां भ्रष्टाचार अपने चरम पर है.

पढ़ें- दून नगर निगम कार्यकारिणी समिति चुनाव: सीट को लेकर आपस में भिड़ीं कांग्रेस महिला पार्षद, एक ने जड़ा थप्पड़

अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य राज्यपाल बिष्ट ने बताया कि लगातार जिला पंचायत में भ्रष्टाचार के मामले उजागर होते जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि पूर्व और वर्तमान में जिला पंचायत अध्यक्ष भारतीय जनता पार्टी से है और लगातार बीजेपी के कार्यकाल में जिला पंचायत सदस्यों की ओर से सवाल खड़े किए जा रहे हैं. यदि प्रदेश सरकार जीरो टॉलरेंस के पक्ष में है तो वह साल 2003 में पहली जिला पंचायत अध्यक्ष जो कि कांग्रेस से थी. उनके कार्यकाल से अभी तक सभी के कार्यकाल की एसआईटी जांच करवाएं. ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो जाय.

पौड़ी: जिला पंचायत पौड़ी में लगातार उजागर हो रहे भ्रष्टाचार के मामलों पर कांग्रेस ने साल 2003 से जिला पंचायत के कार्यकाल की एसआईटी जांच करने की मांग की है. कांग्रेस का आरोप है कि जीरो टॉलरेंस की बात कर रही है सरकार में लगातार भ्रष्टाचार के मामले उजागर होते जा रहे हैं. ऐसे में अगर प्रदेश सरकार सही में जीरो टॉलरेंस के पक्ष में है तो वह साल 2003 से पौड़ी जिला पंचायत के कार्यकाल की एसआईटी जांच करवाएं. ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो सके.

कांग्रेस का आरोप

खिर्सू क्षेत्र से जिला पंचायत सदस्य आरती भंडारी ने जिला पंचायत पर आरोप लगाते हुए कहा कि जिला पंचायत में करीब 150 रजिस्टर्ड ठेकेदार हैं. लेकिन जिला पंचायत की ओर से अपने चहेते ठेकेदारों को ही सारा काम दिया जा रहा है. जिस कारण अन्य ठेकेदार बेरोजगारी की मार से जूझ रहे हैं.

भंडारी का आरोप है कि जिला पंचायत के अधिकतर कामों में भ्रष्टाचार की बू आ रही है. जिस तरह से जिला पंचायत अपने चहेते ठेकेदारों को काम दे रहा है उससे साफ नजर आ रहा है कि वहां भ्रष्टाचार अपने चरम पर है.

पढ़ें- दून नगर निगम कार्यकारिणी समिति चुनाव: सीट को लेकर आपस में भिड़ीं कांग्रेस महिला पार्षद, एक ने जड़ा थप्पड़

अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य राज्यपाल बिष्ट ने बताया कि लगातार जिला पंचायत में भ्रष्टाचार के मामले उजागर होते जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि पूर्व और वर्तमान में जिला पंचायत अध्यक्ष भारतीय जनता पार्टी से है और लगातार बीजेपी के कार्यकाल में जिला पंचायत सदस्यों की ओर से सवाल खड़े किए जा रहे हैं. यदि प्रदेश सरकार जीरो टॉलरेंस के पक्ष में है तो वह साल 2003 में पहली जिला पंचायत अध्यक्ष जो कि कांग्रेस से थी. उनके कार्यकाल से अभी तक सभी के कार्यकाल की एसआईटी जांच करवाएं. ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो जाय.

Intro:जिला पंचायत पौड़ी में लगातार उजागर हो रहे भ्रष्टाचार के मामलों पर कांग्रेस ने साल 2003 से जिला पंचायत के कार्यकाल की एसआईटी जांच करने की मांग की है कहा कि प्रदेश सरकार जीरो टॉलरेंस की बात कर रही है वहीं दूसरी ओर लगातार जिला पंचायत में भ्रष्टाचार के मामले उजागर होते जा रहे हैं यदि प्रदेश सरकार सही में जीरो टॉलरेंस के पक्ष में है तो वह साल 2002 से जिला पंचायत के कार्य काल की एसआईटी जांच करवाएं ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो सके।


Body:खिर्सू क्षेत्र से जिला पंचायत सदस्य आरती भंडारी ने जिला पंचायत पर आरोप लगाते हुए कहा कि जिला पंचायत में करीब 150 रजिस्टर ठेकेदार हैं लेकिन जिला पंचायत की ओर से अपने चहेते ठेकेदारों को ही सारा काम दिया जा रहा है जिससे कि अन्य ठेकेदार बेरोजगारी की मार से जूझ रहे हैं बताया कि जिला पंचायत के अधिकतर कामों में भ्रष्टाचार की बू आ रही है और जिस तरह से अपने चहेते ठेकेदारों को काम दिया जा रहा है जिस से साफ नजर आ रहा है कि जिला पंचायत में व्यापक रूप से भ्रष्टाचार अपने चरम सीमा पर फैला हुआ है।


Conclusion:अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य राज्यपाल बिष्ट ने बताया कि लगातार जिला पंचायत में भ्रष्टाचार के मामले उजागर होते जा रहे हैं उन्होंने बताया कि पूर्व और वर्तमान में जिला पंचायत अध्यक्ष भारतीय जनता पार्टी से है और लगातार भाजपा के कार्यकाल पर ज़िला पंचायत सदस्यों की ओर से सवाल खड़े किए जा रहे हैं यदि प्रदेश सरकार ज़ीरो टॉलरेंस के पक्ष में है तो वह साल 2003 में पहली जिला पंचायत अध्यक्ष जो कि कांग्रेस पार्टी से थी उनके कार्यकाल से अभी तक सभी के कार्यकाल और परिस्थितियों की एसआईटी जांच करवाएं ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो जाय।
बाईट-आरती भंडारी(जिला पंचायत सदस्य)
बाईट-राजपाल बिष्ट(सदस्य अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी)
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.