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गौला नदी में थमा खनन, कल से अनिश्चितकाल हड़ताल पर वाहन स्वामी - सरकार और राजस्व को होगा नुकसान

गौला नदी से खनन का काम रूक गया गया है. खनन स्वामियों का कहना है कि उनको उपखनिज का उचित रेट नहीं दिया जा रहा है, जिसके चलते वे अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जा रहे हैं.

वाहन स्वामी कल से अनिश्चितकाल हड़ताल पर
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Published : Nov 22, 2019, 9:51 PM IST

हल्द्वानीः गौला नदी से एक नवंबर से खनन का सत्र शुरू हो गया था. खनन कार्य में जुटे वाहन स्वामियों और स्टोन क्रशर स्वामियों के बीच आपसी तालमेल नहीं बैठ पा रहा है. जिसके चलते गौला नदी के चार खनन निकासी गेटों के वाहन स्वामी कल से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जा रहे हैं. वहीं, वाहन स्वामियों के हड़ताल पर जाने से सरकार को राजस्व का नुकसान तो होगा हीं साथ में इस कोरोबार से जुड़े हजारों मजदूरों के ऊपर रोजी-रोटी का संकट भी गहरा जाएगा.

दरअसल, गौला नदी में खनन का काम एक नवंबर से शुरू हो गया था. वहीं, 22 दिन बाद भी स्टोन क्रशर स्वामी और उप खनिज में जुड़े वाहन कारोबारियों के बीच उप खनिज खरीदने की रेटों पर समझौता नहीं हो पा रहा था. जिससे खनन का काम धीमें चल रहा था. वहीं, वाहन स्वामियों का कहना है कि स्टोन क्रशर स्वामी द्वारा उप खनिज का रेट उचित नहीं दिया जा रहा है. जिसको विरोध में वे लोग अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जा रहे हैं.

वाहन स्वामी कल से अनिश्चितकाल हड़ताल पर.

पढ़ेःविधायक संजीव आर्य ने जनप्रतिनिधियों के साथ की बैठक, क्षेत्रीय विकास को लेकर हुई चर्चा

वाहन स्वामियों का कहना है कि रॉयल्टी और मजदूरी महंगी हो गई है. लेकिन स्टोन क्रशर स्वामी पहले की तुलना में अब और कम रेट दे रहे हैं. ऐसे में उनको काफी नुकसान हो रहा है. ऐसे में उनकी मांग है कि सरकार और जिला प्रशासन स्टोन क्रशर और खनन कारोबारियों के साथ रेट को निर्धारित करें, नहीं तो नदी से खनन की निकासी अनिश्चितकालीन के लिए बंद रहेगी.

हल्द्वानीः गौला नदी से एक नवंबर से खनन का सत्र शुरू हो गया था. खनन कार्य में जुटे वाहन स्वामियों और स्टोन क्रशर स्वामियों के बीच आपसी तालमेल नहीं बैठ पा रहा है. जिसके चलते गौला नदी के चार खनन निकासी गेटों के वाहन स्वामी कल से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जा रहे हैं. वहीं, वाहन स्वामियों के हड़ताल पर जाने से सरकार को राजस्व का नुकसान तो होगा हीं साथ में इस कोरोबार से जुड़े हजारों मजदूरों के ऊपर रोजी-रोटी का संकट भी गहरा जाएगा.

दरअसल, गौला नदी में खनन का काम एक नवंबर से शुरू हो गया था. वहीं, 22 दिन बाद भी स्टोन क्रशर स्वामी और उप खनिज में जुड़े वाहन कारोबारियों के बीच उप खनिज खरीदने की रेटों पर समझौता नहीं हो पा रहा था. जिससे खनन का काम धीमें चल रहा था. वहीं, वाहन स्वामियों का कहना है कि स्टोन क्रशर स्वामी द्वारा उप खनिज का रेट उचित नहीं दिया जा रहा है. जिसको विरोध में वे लोग अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जा रहे हैं.

वाहन स्वामी कल से अनिश्चितकाल हड़ताल पर.

पढ़ेःविधायक संजीव आर्य ने जनप्रतिनिधियों के साथ की बैठक, क्षेत्रीय विकास को लेकर हुई चर्चा

वाहन स्वामियों का कहना है कि रॉयल्टी और मजदूरी महंगी हो गई है. लेकिन स्टोन क्रशर स्वामी पहले की तुलना में अब और कम रेट दे रहे हैं. ऐसे में उनको काफी नुकसान हो रहा है. ऐसे में उनकी मांग है कि सरकार और जिला प्रशासन स्टोन क्रशर और खनन कारोबारियों के साथ रेट को निर्धारित करें, नहीं तो नदी से खनन की निकासी अनिश्चितकालीन के लिए बंद रहेगी.

Intro:sammry- गौला नदी खनन निकासी वाहन स्वामी कल से अनिश्चित हड़ताल पर।

एंकर- गौला से खनन कार्य में जुटे वाहन स्वामियों और स्टोन क्रेशर स्वामियों के बीच उप खनिज खरीद रेट की आपसी सामंजस्य नहीं बनने के बाद गौला नदी के चार खनन निकासी गेट के वाहन स्वामी कल से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जा रहे हैं। वाहन स्वामियों को हड़ताल पर जाने से जहां सरकार को राजस्व का नुकसान होगा तो वही नदी में खनन कारोबार से जुड़े हजारों मजदूरों के ऊपर रोजी-रोटी का संकट भी घर आएगा।


Body: दरअसल गौला नदी से एक नवंबर से खन सत्र शुरू हो गया है। 22 दिन बाद भी स्टोन क्रेशर स्वामी और उप खनिज में जुड़े वाहन कारोबारियों के बीच उप खनिज खरीदने की रेटों पर समझौता नहीं होने के बाद खनन कार्य धीरे चल रहा था। स्टोन क्रेशर स्वामी द्वारा उप खनिज खरीद की रेट उचित नहीं दिए जाने के विरोध में नदी के चारों निकासी गेटों के सभी वाहन मालिक चालक अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जा रहे हैं । वाहन स्वामियों का कहना है कि स्टोन क्रेशर स्वामी द्वारा उप खनिज का रेट उचित नहीं दिया जा रहा है जिसको विरोध में वह लोग अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जा रहे हैं उनका कहना है कि रॉयल्टी और मजदूरी महंगा हो गया है लेकिन स्टोन क्रेशर स्वामी पहले की तुलना में अब और कम रेट दे रहे हैं। ऐसे में उनको खासा नुकसान हो रहा है।


Conclusion:वाहन स्वामियों का कहना है कि अगर सरकार और जिला प्रशासन स्टोन क्रेशर और खनन कारोबारियों के साथ रेट को निर्धारित नहीं करती है तो अनिश्चितकालीन के लिए नदी से खनन निकासी बंद रहेगा।

बाइट -रमेश चंद जोशी खनन करोबारी
बाइट-विपिन जोशी वाहन जोशी
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