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पर्यटन सीजन में यात्रियों को नहीं मिल रही सीट, वेटिंग लिस्ट 300 से पार

पर्यटन सीजन के चलते यात्रियों को ट्रेनों और बसों में सीट नहीं मिल कही है. कई ट्रेनों में वेटिंग लिस्ट 300 से पार हो चुकी है, जिससे यात्रियों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है.

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Published : Jun 9, 2019, 10:01 AM IST

हल्द्वानी: कुमाऊं की हसीन वादियों के दीदार करने के लिए पर्यटकों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. कुमाऊं का आखिरी रेलवे स्टेशन काठगोदाम है. ऐसे में बाहर से आने वाले यात्रियों को सीट के लिए लंबा इंतजार करना पड़ रहा है. काठगोदाम से चलने वाली अधिकतर ट्रेनें फुल हो चुकी है. यही नहीं, स्लीपर की वेटिंग लिस्ट 300 से अधिक पार कर चुकी है.

दरअसल, पर्यटन सीजन अपने पीक पर है, मैदानी इलाकों में तापमान बढ़ने से लोग पहाड़ों की ओर रुख कर रहे हैं. बाहर से आने वाले यात्रियों के लिए सबसे सुविधाजनक यात्रा ट्रेन और बस है. ऐसे में बसों के साथ-साथ ट्रेन की सीटें फुल हैं. हालात यह है कि कई ट्रेनों में 15 दिन से एक महीने तक की वेटिंग चल रही है. ऐसे में यात्रियों को लंबा इंतजार करना पड़ रहा है.

पढ़ें- स्वतंत्रता संग्राम की गवाह है ये ऐतिहासिक जेल, पंडित नेहरू ने भी यहां काटी थी सजा

वेटिंग लिस्ट पर एक नजर

काठगोदाम-दिल्ली शताब्दी
फर्स्ट चेयर कार- 161 वेटिंग, सेकंड चेयर कार- 26 वेटिंग.

काठगोदाम-हावड़ा बाघ एक्सप्रेस
स्लीपर- 345 वेटिंग, थर्ड एसी- 72, सेकंड एसी- 55 वेटिंग.

काठगोदाम-दिल्ली रानीखेत एक्सप्रेस
स्लीपर- 217, थर्ड एसी- 108, सेकंड एसी- 58, फर्स्ट एसी-22.

काठगोदाम- लखनऊ एक्सप्रेस
स्लीपर- 43, थर्ड एसी- 35, सेकंड- 23, सेकंड चेयर कार- 37, फर्स्ट चेयर कार- 44, वेटिंग है.

यही हालात अन्य ट्रेनों के है जो काठगोदाम और लालकुआं जंक्शन से चलती है. ऐसे तो लालकुआं कुमाऊं का सबसे बड़ा रेलवे स्टेशन है. यहां से कई गाड़ियां लंबी दूरी की चलती है पर हालात वहां भी जस की तस बने हुए हैं.

बात उत्तराखंड परिवहन विभाग की करें तो हल्द्वानी से 8 वोल्वो बसें दिल्ली और देहरादून के बीच चलती हैं. लेकिन वोल्वो बसों के हालात भी कमोवेश एक जैसी बनी हुई है. बसों में भी कई दिनों की एडवांस बुकिंग चल रही है.

हल्द्वानी: कुमाऊं की हसीन वादियों के दीदार करने के लिए पर्यटकों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. कुमाऊं का आखिरी रेलवे स्टेशन काठगोदाम है. ऐसे में बाहर से आने वाले यात्रियों को सीट के लिए लंबा इंतजार करना पड़ रहा है. काठगोदाम से चलने वाली अधिकतर ट्रेनें फुल हो चुकी है. यही नहीं, स्लीपर की वेटिंग लिस्ट 300 से अधिक पार कर चुकी है.

दरअसल, पर्यटन सीजन अपने पीक पर है, मैदानी इलाकों में तापमान बढ़ने से लोग पहाड़ों की ओर रुख कर रहे हैं. बाहर से आने वाले यात्रियों के लिए सबसे सुविधाजनक यात्रा ट्रेन और बस है. ऐसे में बसों के साथ-साथ ट्रेन की सीटें फुल हैं. हालात यह है कि कई ट्रेनों में 15 दिन से एक महीने तक की वेटिंग चल रही है. ऐसे में यात्रियों को लंबा इंतजार करना पड़ रहा है.

पढ़ें- स्वतंत्रता संग्राम की गवाह है ये ऐतिहासिक जेल, पंडित नेहरू ने भी यहां काटी थी सजा

वेटिंग लिस्ट पर एक नजर

काठगोदाम-दिल्ली शताब्दी
फर्स्ट चेयर कार- 161 वेटिंग, सेकंड चेयर कार- 26 वेटिंग.

काठगोदाम-हावड़ा बाघ एक्सप्रेस
स्लीपर- 345 वेटिंग, थर्ड एसी- 72, सेकंड एसी- 55 वेटिंग.

काठगोदाम-दिल्ली रानीखेत एक्सप्रेस
स्लीपर- 217, थर्ड एसी- 108, सेकंड एसी- 58, फर्स्ट एसी-22.

काठगोदाम- लखनऊ एक्सप्रेस
स्लीपर- 43, थर्ड एसी- 35, सेकंड- 23, सेकंड चेयर कार- 37, फर्स्ट चेयर कार- 44, वेटिंग है.

यही हालात अन्य ट्रेनों के है जो काठगोदाम और लालकुआं जंक्शन से चलती है. ऐसे तो लालकुआं कुमाऊं का सबसे बड़ा रेलवे स्टेशन है. यहां से कई गाड़ियां लंबी दूरी की चलती है पर हालात वहां भी जस की तस बने हुए हैं.

बात उत्तराखंड परिवहन विभाग की करें तो हल्द्वानी से 8 वोल्वो बसें दिल्ली और देहरादून के बीच चलती हैं. लेकिन वोल्वो बसों के हालात भी कमोवेश एक जैसी बनी हुई है. बसों में भी कई दिनों की एडवांस बुकिंग चल रही है.

Intro:स्लग-पर्यटन सीजन ट्रेनों में वेटिंग लिस्ट हुई लंबी यात्री परेशान।
रिपोर्टर -भावनाथ पंडित हल्द्वानी।
एंकर पर्यटन सीजन के चलते कुमाऊ के हसीन वादियों में घूमने के लिए आने वाले पर्यटकों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। कुमाऊ का आखिरी रेलवे स्टेशन काठगोदाम रेलवे स्टेशन है। ऐसे में बाहर से आने वाले यात्रियों को सीट के लिए लंबा इंतजार करना पड़ रहा है। काठगोदाम से चलने वाली अधिकतर ट्रेनों के सभी सीटें फुल बुकिंग हो चुकी है यही नहीं स्लीपर की बैटिंग लिस्ट 300 से अधिक पार कर चुकी है।


Body:दरअसल पर्यटन सीजन अपने चरम पर है मैदानी इलाकों में तापमान बढ़ने के साथ साथ लोग पहाड़ों की ओर रुख कर रहे हैं बाहर से आने वाले यात्रियों के लिए सबसे सुविधाजनक यात्रा ट्रेन और बस है ऐसे में बसों के साथ-साथ ट्रेन की सीटें फुल है। हालात यह है कि कई ट्रेनों में 15 दिनों से 1 महीनेतक वेटिंग चल रहा है। ऐसे में आने जाने वाले यात्रियों को वेटिंग का लंबा इंतजार करना पड़ रहा है। ट्रेनों में सबसे ज्यादा दिक्कत उन यात्रियों को हो रही है जो वापसी का टिकट बुक करा कर नहीं आए हैं।

एक नजर ट्रेनों की वेटिंग लिस्ट पर डाले तो।
काठगोदाम दिल्ली शताब्दी ट्रेन
फर्स्ट चेयर कार 161 वेटिंग सेकंड चेयर कार 26 मीटिंग
काठगोदाम हावड़ा बाघ एक्सप्रेस।
स्लीपर 345 वेटिंग, थर्ड एसी 72 ,सेकंड एसी 55, वेटिंग।
काठगोदाम- दिल्ली रानीखेत एक्सप्रेस
स्लीपर 217 ,थर्ड एसी 108, सेकंड एसी 58, फर्स्ट एसी 22,

काठगोदाम- लखनऊ एक्सप्रेस
स्लीपर 43, थर्ड एसी 35, सेकंड 23, सेकंड चेयर कार 37, फर्स्ट चेयर कार 44, वेटिंग है।



Conclusion:यही हालात अन्य ट्रेनों के है जो काठगोदाम और लालकुआं जंक्शन से चलती है। ऐसे तो लाल कुआं कुमाऊ का सबसे बड़ा रेलवे स्टेशन है यहां से कई गाड़ियां लंबी दूरी की चलती है पर हालात वहां भी जस की तस बने हुए हैं।
बात उत्तराखंड परिवहन विभाग की करें तो हल्द्वानी से 8 वोल्वो बसे दिल्ली और देहरादून के लिए चलती है। लेकिन वोल्वो बसों के हालात भी जस के तस बने हुए हैं बसों में भी कई दिनों की एडवांस बुकिंग चल रही है।

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