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सुपरफूड है रागी, लेकिन सावधानी से करें सेवन, विशेषज्ञ से जानें वजह

रागी को पोषण से भरपूर अनाज माना जाता है, लेकिन इसके सेवन से जुड़ी सावधानियों का ध्यान ना रखने पर यह नुकसान पहुंचा सकता है...

Ragi is a superfood, but consume it with caution
सुपरफूड है रागी, लेकिन सावधानी से करें सेवन, विशेषज्ञ से जानें वजह (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Health Team

Published : 3 hours ago

रागी एक बहुत ही पौष्टिक और किफायती आहार है जो हमारे शरीर के लिए कई स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता है. रागी से बने विभिन्न व्यंजन ना केवल स्वादिष्ट होते हैं, बल्कि यह स्वास्थ्य के लिए भी बहुत लाभकारी होते हैं.

सुपर फूड है रागी , लेकिन सावधानी से करें सेवन
फैशन या ट्रेंड सर्फ कपड़ों से जुड़े ही नहीं होते हैं बल्कि वे व्यायाम या आहार से जुड़े भी हो सकते हैं. सिर्फ फूड ट्रेंड की बात करें तो आज के दौर में थोड़े-थोड़े समय के बाद आहार से जुड़े नए-नए ट्रेंड सामने आते रहते हैं. जो किसी विशेष डाइट या आहार से जुड़े हो सकते हैं. इससे जुड़ी एक बहुत अच्छी बात यह है कि कई बार इन ट्रेंड के चलते लोगों को नए-नए प्रकार के ऐसे आहार के बारें में पता चलता रहता है जो सेहत के लिए तो फायदेमंद होते हैं लेकिन ज्यादातर लोग उनके बारें में ज्यादा जानते नहीं है. ऐसा ही एक पौष्टिक आहार है रागी. पहले के समय में गरीबों या मजदूरों का आहार माना जाने वाला रागी आजकल सेहत को लेकर ज्यादा जागरूक लोगों की थाली का अहम हिस्सा बनता जा रहा है. जो एक अच्छी बात है लेकिन रागी के सेवन से स्वास्थ्य को सिर्फ फायदा मिले इसके लिए जरूरी हैं की इसके सेवन से जुड़ी कुछ जरूरी बातों के बारें में जरूर जान लिया जाय, क्योंकि कुछ अवस्थाओं में इसका सेवन शरीर में एसिडिटी या कुछ अन्य परेशानियों का कारण बन सकता है.

रागी के गुण
आहार एवं पोषण विशेषज्ञ डॉ. दिव्या शर्मा बताती हैं कि रागी एक ऐसा आहार है जो शरीर के लिए बहुत फायदेमंद हो सकता है. रागी जिसे अंग्रेजी में फिंगर मिलेट कहा जाता है हमारे शरीर को भरपूर पोषण देता है. साथ ही यह यह ग्लूटेन-मुक्त भी होता है इसलिए ऐसे लोग जिन्हे एलर्जी या किसी अन्य कारण से ग्लूटेन-मुक्त आहार के सेवन की सलाह दी जाती है, वे भी इसका सेवन कर सकते हैं.

रागी में भरपूर मात्रा में फाइबर, प्रोटीन, कैल्शियम, आयरन,मिनरल्स, विटामिन बी1, बी3, बी5 और बी6 और पॉलीफेनोल होते हैं, जो शरीर के लिए बेहद फायदेमंद हैं. इसमें कैल्शियम और पोटैशियम की मात्रा काफी ज्यादा होती है इसलिए यह हड्डियों और दांतों को तो मजबूत करता ही है साथ ही ऑस्टियोपोरोसिस जैसे रोगों की रोकथाम में भी मददगार होता है. वहीं रागी में वे सभी नौ आवश्यक अमीनो एसिड होते हैं जिन्हें शरीर स्वतंत्र रूप से नहीं बना सकता है और जो कैंसर सहित कई अन्य गंभीर रोगों से बचाव में मदद कर सकते हैं. इसके अलावा इसमें आयरन भी भरपूर मात्रा में होता है इसलिए यह शरीर में रक्त की कमी को दूर करने में भी मदद करता है. रागी में मौजूद फाइबर हार्ट को दुरुस्त रखता है और लिवर के फैट को कम करने तथा पाचन तंत्र को दुरुस्त रखने में मदद करता है. डाइटरी फाइबर के अलावा इसमें मौजूद फाइटिक एसिड व पॉलीफेनॉल बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करने के साथ ब्लड शुगर को नियंत्रित रखने में भी मदद करते हैं.

रागी में एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-डायबिटिक गुणों के साथ एंटी-एजिंग गुण भी पाए जाते हैं. सर्दियों में विशेष रूप से रागी को अपने नाश्ते में या किसी भी प्रकार से खाने से शामिल करने से शरीर में गर्मी और ऊर्जा बनी रहती है.

रागी के सेवन से जुड़ी समस्याएं
डॉ. दिव्या शर्मा बताती हैं कि रागी के फायदे तो बहुत हैं, लेकिन कभी-कभी इसके सेवन से जुड़ी सावधानियों का ध्यान ना रखने पर या कुछ विशेष स्वास्थ्य समस्याओं में इसका सेवन सेहत को नुकसान भी पहुंचा सकता है. जैसे चूंकि इसमें इसमें कैल्शियम ज्यादा मात्रा में पाया जाता है ऐसे में जिन लोगों को पथरी की समस्या विशेषकर किडनी में पथरी की समस्या रहती है या किडनी से जुड़ी कोई अन्य समस्या हो , उन्हे रागी ना खाने की सलाह दी जाती है. इसके अलावा थायराइड के मरीजों के लिए भी रागी का सेवन कभी-कभी परेशानी का कारण बन सकता है.

यही नहीं चूंकि रागी में फाइबर बहुत ज्यादा पाया जाता है, ऐसे में ज्यादा मात्रा में इसके सेवन से या बिना सही तरह से पकी रागी का सेवन करने से कुछ लोगों में पेट में गैस,कब्ज व सूजन की समस्या हो सकती है. जिन लोगों को सामान्य तौर पर पाचन संबंधी समस्याएं जैसे एसिडिटी, पेट का अल्सर या गैस्ट्राइटिस जैसी समस्याएं हो , उन्हें रागी के सेवन से परहेज करना चाहिए.

वह बताती हैं कि रागी के साथ पर्याप्त मात्रा में पानी पीना बेहद जरूरी है.इसके अलावा रागी का सेवन हमेशा संतुलित मात्रा में और सही तरीके से किया जाना चाहिए. इसे हमेशा अच्छी तरह से पकाकर खाना चाहिए जिससे इसके पोषक तत्वों का पूरा फायदा मिल सके. यही नहीं रागी को कॉम्बिनेशन में खाना ज्यादा फायदेमंद होता है जैसे हरी सब्जियों , फलों और प्रोटीन से भरपूर खाद्य पदार्थों के साथ इसका सेवन ज्यादा सेहत के लिए बेहतर होता है.

इसके अलावा यदि आप रागी का सेवन करना चाहते हैं तो इसे धीरे-धीरे अपनी डाइट में शामिल करें, ताकि आपके शरीर को इसकी आदत हो सके.

रागी से बने व्यंजन और उनका सेवन
गौरतलब है कि रागी से कई तरह के स्वादिष्ट और हेल्दी व्यंजन बनाए जा सकते हैं जैसे रागी के आटे से रोटी, पराठे, इडली और ढोकला जैसी चीजें बनाई जा सकती हैं. इसके अलावा, रागी का हलवा, खीर, और खिचड़ी बनाना भी आसान है. आप रागी के आटे का प्रयोग मफिन्स, पैनकेक्स, कुकीज और अन्य बेकिंग रेसिपी में भी कर सकते हैं. रागी को सलाद, सूप, या दही में भी मिलाकर खाया जा सकता है.

(डिस्क्लेमर: इस रिपोर्ट में आपको दी गई सभी स्वास्थ्य संबंधी जानकारी और सलाह केवल आपकी सामान्य जानकारी के लिए है. हम यह जानकारी वैज्ञानिक अनुसंधान, अध्ययन, चिकित्सा और स्वास्थ्य पेशेवर सलाह के आधार पर प्रदान करते हैं. आपको इसके बारे में विस्तार से जानना चाहिए और इस विधि या प्रक्रिया को अपनाने से पहले अपने निजी चिकित्सक से परामर्श करना चाहिए.)

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रागी एक बहुत ही पौष्टिक और किफायती आहार है जो हमारे शरीर के लिए कई स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता है. रागी से बने विभिन्न व्यंजन ना केवल स्वादिष्ट होते हैं, बल्कि यह स्वास्थ्य के लिए भी बहुत लाभकारी होते हैं.

सुपर फूड है रागी , लेकिन सावधानी से करें सेवन
फैशन या ट्रेंड सर्फ कपड़ों से जुड़े ही नहीं होते हैं बल्कि वे व्यायाम या आहार से जुड़े भी हो सकते हैं. सिर्फ फूड ट्रेंड की बात करें तो आज के दौर में थोड़े-थोड़े समय के बाद आहार से जुड़े नए-नए ट्रेंड सामने आते रहते हैं. जो किसी विशेष डाइट या आहार से जुड़े हो सकते हैं. इससे जुड़ी एक बहुत अच्छी बात यह है कि कई बार इन ट्रेंड के चलते लोगों को नए-नए प्रकार के ऐसे आहार के बारें में पता चलता रहता है जो सेहत के लिए तो फायदेमंद होते हैं लेकिन ज्यादातर लोग उनके बारें में ज्यादा जानते नहीं है. ऐसा ही एक पौष्टिक आहार है रागी. पहले के समय में गरीबों या मजदूरों का आहार माना जाने वाला रागी आजकल सेहत को लेकर ज्यादा जागरूक लोगों की थाली का अहम हिस्सा बनता जा रहा है. जो एक अच्छी बात है लेकिन रागी के सेवन से स्वास्थ्य को सिर्फ फायदा मिले इसके लिए जरूरी हैं की इसके सेवन से जुड़ी कुछ जरूरी बातों के बारें में जरूर जान लिया जाय, क्योंकि कुछ अवस्थाओं में इसका सेवन शरीर में एसिडिटी या कुछ अन्य परेशानियों का कारण बन सकता है.

रागी के गुण
आहार एवं पोषण विशेषज्ञ डॉ. दिव्या शर्मा बताती हैं कि रागी एक ऐसा आहार है जो शरीर के लिए बहुत फायदेमंद हो सकता है. रागी जिसे अंग्रेजी में फिंगर मिलेट कहा जाता है हमारे शरीर को भरपूर पोषण देता है. साथ ही यह यह ग्लूटेन-मुक्त भी होता है इसलिए ऐसे लोग जिन्हे एलर्जी या किसी अन्य कारण से ग्लूटेन-मुक्त आहार के सेवन की सलाह दी जाती है, वे भी इसका सेवन कर सकते हैं.

रागी में भरपूर मात्रा में फाइबर, प्रोटीन, कैल्शियम, आयरन,मिनरल्स, विटामिन बी1, बी3, बी5 और बी6 और पॉलीफेनोल होते हैं, जो शरीर के लिए बेहद फायदेमंद हैं. इसमें कैल्शियम और पोटैशियम की मात्रा काफी ज्यादा होती है इसलिए यह हड्डियों और दांतों को तो मजबूत करता ही है साथ ही ऑस्टियोपोरोसिस जैसे रोगों की रोकथाम में भी मददगार होता है. वहीं रागी में वे सभी नौ आवश्यक अमीनो एसिड होते हैं जिन्हें शरीर स्वतंत्र रूप से नहीं बना सकता है और जो कैंसर सहित कई अन्य गंभीर रोगों से बचाव में मदद कर सकते हैं. इसके अलावा इसमें आयरन भी भरपूर मात्रा में होता है इसलिए यह शरीर में रक्त की कमी को दूर करने में भी मदद करता है. रागी में मौजूद फाइबर हार्ट को दुरुस्त रखता है और लिवर के फैट को कम करने तथा पाचन तंत्र को दुरुस्त रखने में मदद करता है. डाइटरी फाइबर के अलावा इसमें मौजूद फाइटिक एसिड व पॉलीफेनॉल बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करने के साथ ब्लड शुगर को नियंत्रित रखने में भी मदद करते हैं.

रागी में एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-डायबिटिक गुणों के साथ एंटी-एजिंग गुण भी पाए जाते हैं. सर्दियों में विशेष रूप से रागी को अपने नाश्ते में या किसी भी प्रकार से खाने से शामिल करने से शरीर में गर्मी और ऊर्जा बनी रहती है.

रागी के सेवन से जुड़ी समस्याएं
डॉ. दिव्या शर्मा बताती हैं कि रागी के फायदे तो बहुत हैं, लेकिन कभी-कभी इसके सेवन से जुड़ी सावधानियों का ध्यान ना रखने पर या कुछ विशेष स्वास्थ्य समस्याओं में इसका सेवन सेहत को नुकसान भी पहुंचा सकता है. जैसे चूंकि इसमें इसमें कैल्शियम ज्यादा मात्रा में पाया जाता है ऐसे में जिन लोगों को पथरी की समस्या विशेषकर किडनी में पथरी की समस्या रहती है या किडनी से जुड़ी कोई अन्य समस्या हो , उन्हे रागी ना खाने की सलाह दी जाती है. इसके अलावा थायराइड के मरीजों के लिए भी रागी का सेवन कभी-कभी परेशानी का कारण बन सकता है.

यही नहीं चूंकि रागी में फाइबर बहुत ज्यादा पाया जाता है, ऐसे में ज्यादा मात्रा में इसके सेवन से या बिना सही तरह से पकी रागी का सेवन करने से कुछ लोगों में पेट में गैस,कब्ज व सूजन की समस्या हो सकती है. जिन लोगों को सामान्य तौर पर पाचन संबंधी समस्याएं जैसे एसिडिटी, पेट का अल्सर या गैस्ट्राइटिस जैसी समस्याएं हो , उन्हें रागी के सेवन से परहेज करना चाहिए.

वह बताती हैं कि रागी के साथ पर्याप्त मात्रा में पानी पीना बेहद जरूरी है.इसके अलावा रागी का सेवन हमेशा संतुलित मात्रा में और सही तरीके से किया जाना चाहिए. इसे हमेशा अच्छी तरह से पकाकर खाना चाहिए जिससे इसके पोषक तत्वों का पूरा फायदा मिल सके. यही नहीं रागी को कॉम्बिनेशन में खाना ज्यादा फायदेमंद होता है जैसे हरी सब्जियों , फलों और प्रोटीन से भरपूर खाद्य पदार्थों के साथ इसका सेवन ज्यादा सेहत के लिए बेहतर होता है.

इसके अलावा यदि आप रागी का सेवन करना चाहते हैं तो इसे धीरे-धीरे अपनी डाइट में शामिल करें, ताकि आपके शरीर को इसकी आदत हो सके.

रागी से बने व्यंजन और उनका सेवन
गौरतलब है कि रागी से कई तरह के स्वादिष्ट और हेल्दी व्यंजन बनाए जा सकते हैं जैसे रागी के आटे से रोटी, पराठे, इडली और ढोकला जैसी चीजें बनाई जा सकती हैं. इसके अलावा, रागी का हलवा, खीर, और खिचड़ी बनाना भी आसान है. आप रागी के आटे का प्रयोग मफिन्स, पैनकेक्स, कुकीज और अन्य बेकिंग रेसिपी में भी कर सकते हैं. रागी को सलाद, सूप, या दही में भी मिलाकर खाया जा सकता है.

(डिस्क्लेमर: इस रिपोर्ट में आपको दी गई सभी स्वास्थ्य संबंधी जानकारी और सलाह केवल आपकी सामान्य जानकारी के लिए है. हम यह जानकारी वैज्ञानिक अनुसंधान, अध्ययन, चिकित्सा और स्वास्थ्य पेशेवर सलाह के आधार पर प्रदान करते हैं. आपको इसके बारे में विस्तार से जानना चाहिए और इस विधि या प्रक्रिया को अपनाने से पहले अपने निजी चिकित्सक से परामर्श करना चाहिए.)

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