हल्द्वानीः नैनीताल जिले के कई ग्रामीण क्षेत्रों में इन दोनों बाघ और गुलदार का आतंक है. इसी बीच भीमताल ब्लॉक के ग्राम पंचायत अलचौना के तोक तांडा गांव में आदमखोर बाघ ने फिर एक बालिका को निवाला बनाया. घटना के बाद क्षेत्र के ग्रामीणों में भारी रोष व्याप्त है. भीमताल क्षेत्र में 10 दिन में बाघ के हमले की ये तीसरी घटना है, जहां युवती की मौत हुई है.
जानकारी के मुताबिक, भीमताल ब्लॉक की ग्राम पंचायत अलचौना के तोक तांडा में मंगलवार की शाम खेत में चारा काट रही किशोरी पर बाघ ने हमला कर दिया. किशोरी का शव घटना स्थल से दो किमी दूर से बरामद कर लिया गया है. किशोरी की मौत के बाद से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है. इससे पूर्व भी बाघ दो महिलाओं को मौत के घाट उतार चुका है. 10 दिन के भीतर यह तीसरी घटना है.
तांडा निवासी आनंदमणी भट्ट ने बताया कि मंगलवार की शाम निकिता शर्मा (18 वर्ष) पुत्री विपिन चंद्र शर्मा खेत में चारा काट रही थी. अचानक घात लगाए बाघ ने निकिता पर हमला कर उसे जंगल की ओर उठा ले गया. बालिका के चिल्लाने के बाद परिजनों ने शोर मचाया तो बाघ निकिता को छोड़कर जंगल की ओर भाग गया. लेकिन तब तक निकिता की मौत हो चुकी थी.
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विधायक ने वन विभाग को बताया लापरवाह: घटना की सूचना वन विभाग की दी गई. मौके पर वन विभाग के अधिकारी घटना स्थल पर पहुंचे और घटना का जायजा लिया. 10 दिन में बाघ के हमले में तीसरी मौत के बाद स्थानीय लोग आक्रोशित हैं. वन विभाग पिछले 10 दिनों से आदमखोर बाघ को पकड़ने का प्रयास कर रहा है. लेकिन बाघ लगातार लोगों को निवाला बना रहा है. घटना पर भीमताल विधायक राम सिंह कैड़ा ने वन विभाग की लापरवाही को जिम्मेदार मानते हुए कहा कि वन विभाग गश्त के नाम पर सिर्फ खाना पूर्ति कर रहा है. उन्होंने कहा कि सीएम धामी और वन मंत्री सुबोध उनियाल को फोन के माध्यम से घटना की जानकारी दी है.
अभी तक नहीं मिली पूर्व की घटनाओं की डीएनए रिपोर्ट: मुख्य वन संरक्षक कुमाऊं पीके पात्रो का कहना है कि आदमखोर बाघ को पकड़ने के लिए वन विभाग की 10 टीमें लगाई गई है. इसके अलावा पिंजरा और कैमरे ट्रैप भी लगाए गए हैं. पहले और आज की हुई घटना में तीन से चार किलोमीटर की दूरी रिकॉर्ड की गई है. पूर्व की दो घटनाओं के डीएनए टेस्ट की रिपोर्ट अभी अभी नहीं मिली है. डीएनए टेस्ट रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल सकेगा कि हमला करने वाला बाघ एक है या एक से ज्यादा. घटना स्थल पर वन विभाग के डॉक्टर और फॉरेंसिक की टीम मौजूद है. ग्रामीणों से अपील की गई है कि शाम के समय जंगल ना जाएं.