नैनीताल: भारत और थाईलैंड के बीच एस्ट्रोनॉमी रिश्ते मजबूत करने के लिए बीते दिन थाईलैंड की राजकुमारी महाचक्री सिरिंधोर्न कुमाऊं दौरे किया. नैनीताल पहुंची राजकुमारी ने भीमताल ओखलकांडा ब्लॉक के देवस्थल स्थित एरीज से ऑप्टिकल टेलिस्कोप के जरिए अंतरिक्ष का नजारा देखा और संस्थान के निदेशक दीपक बनर्जी के मुलाकात की है.
थाईलैंड की राजकुमारी अपने एक दिवसीय दौरे पर नैनीताल पहुंची. इस दौरान राजकुमारी नैनीताल के दूरस्थ क्षेत्र देवस्थल पहुंची, जहां उन्होंने एशिया की सबसे बड़ी दूरबीन से ब्रह्मांड का दीदार किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि एस्ट्रोनॉमी के क्षेत्र में थाईलैंड और भारत एक दूसरे के साथ अच्छे और गहरे रिश्ते स्थापित करेगा ताकि ब्रह्मांड में छुपी रहस्य का पता चल सके.
देवस्थल पहुंचने के बाद राजकुमारी सबसे पहले क्षेत्र के स्थानीय देवता एड़ी देवता के मंदिर के दर्शन करने पहुंची. जिसके बाद राजकुमारी को पूरे प्रोटोकॉल के अनुसार ब्रमांड के दर्शन कराने के लिए ले जाया गया. राजकुमारी ने कहा कि नैनीताल समेत आसपास का क्षेत्र बेहद सुंदर है और उन्हें यहां आकर बेहद सुकून महसूस हुआ. इस दौरान राजकुमारी ने देवस्थल से सनसेट का भी दीदार किया. राजकुमारी ने डूबते हुए सूरज की प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्होंने इससे पहले ऐसा आकर्षक नजारा नहीं देखा.
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राजकुमारी के देव स्थल दौरे की जानकारी देते हुए शिक्षण संस्थान के निदेशक दीपक बनर्जी ने कहा कि राजकुमारी ने भारत और थाईलैंड के एस्ट्रोनॉमी रिश्ते को मजबूत करने पर चर्चा की. साथ ही कहा कि आने वाले समय में भारत और थाईलैंड एस्ट्रोनॉमी को लेकर कई करार करेगा, ताकि दोनों देशों के रिश्ते और मजबूत हो सकें.