हल्द्वानी: गोवर्धन मठ पुरी के जगद्गुरु शंकराचार्य निश्चलानंद सरस्वती इन दिनों उत्तराखंड प्रवास पर हैं. रविवार (28 नवंबर) को वो हल्द्वानी में थे. यहां उन्होंने भक्तों के सवाल पर पीएम मोदी और यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ को आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा कि, आज देश के जिस प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा हो रही है, वो प्रधानमंत्री बनने से पहले उनके पास 45 मिनट बैठकर गए थे. आज वही प्रधानमंत्री गौ रक्षकों के लिए गुंडे शब्द का इस्तेमाल कर रहे हैं. इसके आप समझ सकते हैं कि स्थितियां कहां जा रही हैं. कृषि कानून इसका एक उदाहरण हैं. आखिरकार भीड़ तंत्र के आगे लोकतंत्र को घुटने टेकने ही पड़े.
जगतगुरु शंकराचार्य ने कहा कि मोदी और योगी सभी के लाडले हैं और किसी राजनेता का समीक्षा कराना शंकराचार्य के लिए उचित नहीं है. इनकी समीक्षा खुद जनता को करनी चाहिए कि उन्होंने कहां घुटने टेक दिए हैं. उन्होंने कहा कि, कृषि कानून को लेकर ये सिद्ध हो गया कि भीड़ तंत्र के सामने घुटने टेकने ही पड़ते हैं. जगतगुरु शंकराचार्य ने कहा कि यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को वो 30 वर्षों से जानते हैं. योगी ने अवैध बूचड़खाने को बंद करने की बात कही थी, लेकिन अवैध बूचड़खाने बंद नहीं हो पाए. ऐसे में योगी ने गौ हत्या को वैध सिद्ध किया है, लेकिन उस पर भी उन्होंने ध्यान नहीं दिया. जगतगुरु शंकराचार्य ने लोगों से अपील की कि राजनेताओं की समीक्षा होनी चाहिए.
पढ़ें: देवस्थानम बोर्ड पर हाईपावर कमेटी ने सौंपी फाइनल रिपोर्ट, जल्द बड़ा फैसला लेगी धामी सरकार!
वहीं, स्वामी निश्चलानंद सरस्वती ने बढ़ती आबादी पर भी चिंता जाहिर की और कहा कि, बढ़ती आबादी को लेकर भी हमें चिंतित होना चाहिए. उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी जैसे नाम जो शहरों को दिए गये हैं उसका नकारात्मक प्रभाव पड़ने लगा है. यहां तक कि लोग देवस्थान देवभूमि जैसी जगहों से भी पलायन करने लगे हैं. ऐसे में सभी हिंदुओं को एक माला की तरह एकसूत्र में बंधकर रहना होगा.
गौरतलब है कि जगतगुरु शंकराचार्य उत्तराखंड प्रवास पर हैं और रविवार को हल्द्वानी के चार धाम मंदिर में सर्वधर्म सभा में प्रबुद्धजनों के सवालों के उत्तर दे रहे थे. लोगों के सवाल पर शंकराचार्य ने प्रधानमंत्री मोदी और योगी पर सवाल खड़े किए हैं.
शंकराचार्य ने कहा कि गौवंश की वेदना हम में है. शंकराचार्य के पद पर आने से पहले गौवंश के लिए वह 52 दिन जेल में रहे. हमारे पूर्वज स्वामी करपात्री महाराज ने भी गौवंश की रक्षा के लिए यातना सही. उन्होंने कहा कि गौ रक्षा के लिए गौ रक्षक दल अपनी आवाज को बुलंद करे तभी गौ रक्षा की जा सकती है.