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उत्तराखंड के इस जिले में 19 साल में हुए 383 मर्डर, 473 लोग किये गए अरेस्ट

उत्तराखंड राज्य बनने से अभीतक नैनीताल जिले में 383 हत्याएं हो चुकी हैं. इन हत्याओं में 473 लोगों को गिरफ्तार कर कार्रवाई की गई है. वहीं, 62 आरोपी फरार चल रहे हैं. आरटीआई से मिली जानकारी के अनुसार, 62 घटनाओं का अभीतक खुलासा भी नहीं हो पाया है.

RTI का खुलासा.
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Published : Aug 24, 2019, 6:29 PM IST

Updated : Aug 24, 2019, 7:05 PM IST

हल्द्वानी: कुमाऊं की शांत वादियों में अपराधिक गतिविधियां बढ़ने से पुलिस के लिए बड़ी चुनौती खड़ी होती जा रही है. आरटीआई कार्यकर्ता हेमंत गोनिया द्वारा मांगी जानकारी के अनुसार, राज्य बनने से अभी तक नैनीताल जिले में 383 लोगों की हत्या हुई है, जिनमें से पुलिस अभी तक 62 घटनाओं का खुलासा तक नहीं कर पाई है, जबकि 24 लाशों की शिनाख्त नहीं हो पाई.

RTI का खुलासा.

आरटीआई कार्यकर्ता हेमंत गोनिया ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कार्यालय से सूचना मांगी कि राज्य बनने से अभी तक जिले में हत्या के कितने मामले सामने आए हैं, साथ ही कितने मामलों का निस्तारण कर दिया गया है. जिसके बाद बेहद चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं.

आरटीआई रिपोर्ट में पुलिस ने बताया कि उत्तराखंड बनने के बाद अभी तक जिले में 383 लोगों की हत्या हो चुकी है. इन हत्याओं में 473 लोगों को गिरफ्तार कर कार्रवाई की गई है. वहीं, 62 आरोपी फरार चल रहे हैं. आरटीआई से मिली जानकारी के अनुसार, 62 घटनाओं का अभी तक खुलासा भी नहीं हो पाया है, जबकि 24 लाशों की शिनाख्त तक नहीं हो पाई है.

ये भी पढ़ें: देवभूमि में रही कृष्ण जन्माष्टमी की धूम, मंदिरों में उमड़ा भक्तों का हुजूम

इस मामले में आरटीआई कार्यकर्ता हेमंत गोनिया ने बताया कि देवभूमि में लगातार अपराधों का ग्राफ बढ़ता जा रहा है, लेकिन पुलिस इन अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठा पा रही है. कार्यकर्ता हेमंत गोनिया ने लंबित मामलों का तुरंत निस्तारण करने की पुलिस से मांग की है.

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार मीणा ने बताया कि राज्य बनने से अभी तक की ये घटनाएं सामने आई हैं. जिले का कार्यभार कुछ दिन पहले ही संभाला है, लिहाजा इन अपराधों की समीक्षा की जाएगी.

हल्द्वानी: कुमाऊं की शांत वादियों में अपराधिक गतिविधियां बढ़ने से पुलिस के लिए बड़ी चुनौती खड़ी होती जा रही है. आरटीआई कार्यकर्ता हेमंत गोनिया द्वारा मांगी जानकारी के अनुसार, राज्य बनने से अभी तक नैनीताल जिले में 383 लोगों की हत्या हुई है, जिनमें से पुलिस अभी तक 62 घटनाओं का खुलासा तक नहीं कर पाई है, जबकि 24 लाशों की शिनाख्त नहीं हो पाई.

RTI का खुलासा.

आरटीआई कार्यकर्ता हेमंत गोनिया ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कार्यालय से सूचना मांगी कि राज्य बनने से अभी तक जिले में हत्या के कितने मामले सामने आए हैं, साथ ही कितने मामलों का निस्तारण कर दिया गया है. जिसके बाद बेहद चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं.

आरटीआई रिपोर्ट में पुलिस ने बताया कि उत्तराखंड बनने के बाद अभी तक जिले में 383 लोगों की हत्या हो चुकी है. इन हत्याओं में 473 लोगों को गिरफ्तार कर कार्रवाई की गई है. वहीं, 62 आरोपी फरार चल रहे हैं. आरटीआई से मिली जानकारी के अनुसार, 62 घटनाओं का अभी तक खुलासा भी नहीं हो पाया है, जबकि 24 लाशों की शिनाख्त तक नहीं हो पाई है.

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इस मामले में आरटीआई कार्यकर्ता हेमंत गोनिया ने बताया कि देवभूमि में लगातार अपराधों का ग्राफ बढ़ता जा रहा है, लेकिन पुलिस इन अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठा पा रही है. कार्यकर्ता हेमंत गोनिया ने लंबित मामलों का तुरंत निस्तारण करने की पुलिस से मांग की है.

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार मीणा ने बताया कि राज्य बनने से अभी तक की ये घटनाएं सामने आई हैं. जिले का कार्यभार कुछ दिन पहले ही संभाला है, लिहाजा इन अपराधों की समीक्षा की जाएगी.

Intro:sammry- आरटीआई से खुलासा नैनीताल जिले में लगातार बढ़ रहे अपराध पुलिस के लिए चुनौती।

एंकर- कुमाऊ के शांत वादियों में अपराध तेजी से बढ़ रहे हैं जो पुलिस के लिए चुनौती बनता जा रहा है। आरटीआई से मिली जानकारी के अनुसार राज्य बनने से अभी तक नैनीताल जिले में 383 लोगों की हत्या हुई है ।पुलिस ने अभी तक 62 घटनाओं में पुलिस खुलासा तक भी नहीं कर पाई है जबकि 24 लाशों की शिनाख्त भी नहीं हो पाई है।


Body:हल्द्वानी निवासी आरटीआई कार्यकर्ता हेमंत गोनिया ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कार्यालय से मांगी गई सूचना के अनुसार नैनीताल जिले में राज्य बनने से अभी तक के हुए हत्या के मामले में चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं। आरटीआई में पुलिस ने बताया है कि उत्तराखंड बनने से अभी तक नेता जिले में 383 लोगों की हत्या हो चुकी है । जिसमें 473 लोगों को गिरफ्तार कर कार्रवाई की गई है। जबकि 62 आरोपी फरार चल रहे हैं। आरटीआई से मिली जानकारी के अनुसार 62 घटनाओं का अभी तक खुलासा भी नहीं हो पाया है जबकि 24 लाशों की शिनाख्त तक नहीं हो पाई है।


Conclusion:वही हेमंत गोनिया का कहना है कि देवभूमि उत्तराखंड में लगातार अपराधों का ग्राफ बढ़ता जा रहा है लेकिन पुलिस इन अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठा पा रही है। हेमंत गोनिया ने पुलिस से मांग की है कि लंबित मामलों को तुरंत निस्तारण कर आरोपियों को सलाखों तक पहुंचाया जाए।

बाइट- हेमंत गोनिया आईटीआई कार्यकर्ता

वहीं इस पूरे मामले में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार मीणा ईटीवी भारत के कैमरे के आगे बोलने से मना करते हुए कहा है कि राज्य बनने से अभी तक की यह घटनाएं सामने आए हैं। उन्होंने नैनीताल जिले का कार्यभार कुछ दिन पहले ही संभाला है लिहाजा इन अपराधों की समीक्षा की जाएगी।
Last Updated : Aug 24, 2019, 7:05 PM IST
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