रामनगर: करीब दो महीन पहले संदिग्ध परिस्थितियों में हुई नितिन की मौत मामले में परिजनों को पुलिस की थ्योरी पर भरोसा नहीं कर रहे हैं. यहीं कारण है कि नितिन के परिजन लगातार इस मामले में पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर रहे हैं. नितिन के परिजन के आरोप है कि उनके बेटे की हत्या की गई है.
दरअसल, रामनगर के ग्राम गांधीनगर मालधनचौड निवासी नितिन का शव गांव में ही बीती 15 अक्टूबर को संदिग्ध परिस्थितियों में बरामद हुआ था. मामले में मृतक के परिजनों ने नितिन की हत्या की आशंका जताते हुए कुछ लोगों के खिलाफ पुलिस को तहरीर सौंपी गई थी. वहीं, मामले में पुलिस का कहना था कि नितिन की मौत बिजली का करंट लगने के कारण हुई है.
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सोमवार को मृतक के भाई आशीष कुमार ने पुलिस पर मामले में लापरवाही करने का आरोप लगाते हुए कहा कि इस मामले में उसके भाई नितिन की निर्मम हत्या की गई है, लेकिन पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज नहीं किया था. जिसके बाद उन्होंने हाईकोर्ट की शरण ली और हाईकोर्ट के आदेश पर कुछ दिन पूर्व पुलिस ने इस मामले में हत्या का मुकदमा दर्ज करने की कार्रवाई की थी.
परिजनों का आरोप है कि मामले में पुलिस द्वारा एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया, जबकि अन्य आरोपी अभी खुलेआम घूम रहे हैं. परिजनों ने पुलिस प्रशासन से मामले में शीघ्र आरोपियों की गिरफ्तारी करने के साथ ही न्याय की गुहार लगाई है. मामले में कोतवाल अरुण कुमार सैनी ने बताया कि हाईकोर्ट के आदेश पर हत्या का मुकदमा दर्ज कर आरोपपत्र कोर्ट में दाखिल कर दिए गए और शीघ्र ही कार्रवाई की जाएगी.