हल्द्वानी: जल जीवन मिशन के तहत नैनीताल जिले के रामनगर स्थित जोगीपुरा गांव को पायलट प्रोजेक्ट में शामिल कर गांव के लोगों को पीने की निगरानी स्मार्ट वाटर मॉनिटरिंग सिस्टम के माध्यम से की जा रही है. जहां लोगों को गुणवत्ता युक्त पीने का पानी मिल रहा है. स्मार्ट वाटर सिस्टम मॉनिटरिंग वाला उत्तराखंड का पहला गांव है. जहां करीब 800 लोगों को पीने का शुद्ध पानी उपलब्ध कराया जा रहा है.
सेंसर युक्त जल संस्थान का यह पेयजल ओवरहेड टैंक और ट्यूबवेल से लोगों के घरों तक होने वाले पेयजल सप्लाई की गुणवत्ता को आम आदमी देख सकता है. अधीक्षण अभियंता जल संस्थान नैनीताल विशाल कुमार सक्सेना ने बताया कि उत्तराखंड में पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर रामनगर के जोगीपुरा गांव को जल जीवन मिशन के तहत शामिल किया गया. जहां पेयजल व्यवस्था पूरी तरह से स्मार्ट वाटर सिस्टम के तहत है. इस सिस्टम के माध्यम से सप्लाई होने वाले पानी के सभी मानक पूरे होंगे.
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उन्होंने कहा कि स्मार्ट वाटर सिस्टम पेयजल सप्लाई को हर कोई मॉनिटरिंग कर सकता है. इस सिस्टम के माध्यम से देखा जा सकता है कि पानी आ रहा है या नहीं आ रहा है और पानी का कितना प्रेशर है. इसके अलावा दिन में कितने बार लोगों को पानी मिल रहा है, पानी में क्लोरीन की मात्रा कितनी है और प्रत्येक व्यक्ति को कितना लीटर पानी उपलब्ध हो रहा है, यह पूरी तकनीक सेंसर माध्यम से तैयार किया गया है.
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उन्होंने बताया कि योजना के तहत पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर जोगीपुरा गांव के 162 परिवारों को पेयजल सप्लाई हो रहा है, जहां 800 से अधिक लोगों को पानी का लाभ मिल रहा है. इसके अलावा इस प्रोजेक्ट के तहत जोगीपुरा गांव के स्कूल और आंगनबाड़ी को भी शामिल किया गया है. उन्होंने बताया कि पूरे देश में 38वां गांव जोगीपुरा है, जहां पानी की स्मार्ट वाटर सिस्टम के तहत मॉनिटरिंग की जा रही है. जल जीवन मिशन के डैशबोर्ड पर जाकर स्मार्ट वाटर मॉनिटरिंग सिस्टम के तहत होने वाले पानी की सप्लाई की डाटा देखा जा सकता है.