हल्द्वानी : उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 के लिए कांग्रेस ने 53 प्रत्याशियों की पहली लिस्ट जारी कर दी है. इस लिस्ट में महज तीन महिला प्रत्याशियों को टिकट दिया गया है. जबकि कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी के नारे 'लड़की हूं लड़ सकती हूं' के साथ उम्मीदें थी कि कांग्रेस के टिकट वितरण के दौरान महिलाओं को तवज्जो दी जाएगी, लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ. वहीं भाजपा की बात करें तो 59 सीटों में 6 महिला प्रत्याशियों को मैदान में उतारा है. यही नहीं कुमाऊं मंडल की पर्वतीय विधानसभा सीटों में सबसे ज्यादा महिला मतदाता होंने के बावजूद भी कांग्रेस पार्टी ने महिला प्रत्याशियों को खास स्थान नहीं दिया है.
कुमाऊं मंडल में कांग्रेस ने 25 सीटों पर प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं, जिसमें मात्र एक महिला प्रत्याशी को उम्मीदवार बनाया है. इसमें केवल रुद्रपुर से पूर्व पालिकाध्यक्ष मीना शर्मा एकमात्र प्रत्याशी हैं जिन्हें टिकट मिला है. वहीं भाजपा ने कुमाऊं मंडल की 24 सीटों पर तीन महिलाओं को प्रत्याशी बनाया है. इसी प्रकार कांग्रेस ने गढ़वाल मंडल से दो महिलाओं को टिकट दिया है, जहां मसूरी से गोदावरी थापली जबकि भगवानपुर सुरक्षित सीट से ममता राकेश को प्रत्याशी बनाया है.
हालांकि पूर्व सीएम हरीश रावत पूर्व में महिलाओं को ज्यादा भागीदारी देने की बात तो कर रहे थे लेकिन टिकट वितरण से साफ हो गया है कि महिला प्रत्याशी उतारने के मामले में बीजेपी अभी कांग्रेस से आगे है. वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव के मतदान में प्रदेश में महिलाओं की भागीदारी 68% से अधिक थी जबकि पुरुषों की भागीदारी सिर्फ 61% थी.
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इतना ही नहीं इसके अलावा पहाड़ की अधिकतर विधानसभा सीटों में महिला मतदाताओं की संख्या अधिक होने के बाद भी राजनीतिक दलों ने टिकट देने के मामले में महिलाओं को ज्यादा तवज्जो नहीं दी है. बता दें कि वर्ष 2017 के चुनाव में 64.72 फीसदी मतदान हुआ था, इसमें 61.11 फीसदी पुरुष और 68.72 फीसदी महिलाओं ने मतदान किया था.