हल्द्वानी: विज्ञान के प्रति समाज में जागरुकता लाने और वैज्ञानिक सोच पैदा करने के उद्देश्य से पूरे देश में 28 फरवरी को विज्ञान दिवस के रूप में मनाया जाता है. विज्ञान दिवस के मौके पर सभी कॉलेजों में विज्ञान से संबंधित कार्यक्रम कराए जाएंगे.इसके अलावा एमबीपीजी कॉलेज और ऋषिकेश कॉलेज में विज्ञान दिवस के मौके पर बड़े कार्यक्रम का आयोजन भी किया जाना है.
वहीं अगर इस क्षेत्र में सूबे की जमीनी हकीकत पर नजर डालें तो स्थिति आपको संतुष्ट नहीं कर पाएगी. उत्तराखंड के 105 सरकारी कॉलेजों में मात्र 59 कॉलेजों में ही विज्ञान विषय की पढ़ाई कराई जाती है. वर्ष 2018-19 में प्रदेश के 105 कॉलेजों के 101781 छात्रों में (स्नातक) यूजी में 48368 छात्र-छात्राएं ही विज्ञान विषय की पढ़ाई की. वहीं पीजी में 9780 छात्र-छात्राएं विज्ञान विषय की पढ़ाई की. सूबे के उच्च शिक्षा निदेशक एमपी माहेश्वरी ने बताया कि प्रदेश के कॉलेजों में 601 विज्ञान के शिक्षकों के पद स्वीकृत हैं, जिसमें से 350 शिक्षक स्थायी जबकी 113 शिक्षक अस्थायी रूप से छात्र छात्राओं को विज्ञान पढ़ा रहे हैं.
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उन्होंने बताया कि विज्ञान विषय को बढ़ावा देने के लिए शासन द्वारा शिक्षकों की भर्तियों के साथ-साथ विज्ञान विषय की पढ़ाई के लिए छात्रों को जागरुक किया जाता है, जिससे कि छात्र ज्यादा से ज्यादा विज्ञान विषय की जानकारी हासिल कर सकें. उच्च शिक्षा निदेशक ने बताया कि लोक सेवा आयोग के माध्यम से चयन प्रक्रिया के बाद शिक्षकों की कमी पूरी हो जाएगी.