हल्द्वानी: राज्य सरकार को सबसे ज्यादा राजस्व खनन कार्य से प्राप्त होता है. ऐसे में शासन ने कुमाऊं मंडल के तीन बड़ी नदियों इस सत्र में उपखनिज निकासी के लिए लक्ष्य तय कर दिया है. जिसके तहत कुमाऊं की सबसे बड़ी गौला नदी से इस बार मात्र 18 लाख घन मीटर ही उपखनिज निकासी का लक्ष्य तय हुआ है.
इसके साथ ही कैलाश नदी से 17 लाख घन मीटर, शारदा नदी से 4 लाख घन मीटर में उपखनिज की निकासी का आदेश जारी किया गया है. जो कि पिछले साल कि तुलना में काफी कम है.
बता दें कि गौला नदी से अभी तक 9 लाख घन मीटर उप खनिज की निकासी हो चुकी है. ऐसे में अब नदी में मात्र 9 लाख 47 हजार घन मीटर ही उपखनिज बचा है. जिससे उम्मीद जताई जा रही है कि इस बार गोला नदी से खनन कारोबार में जुटे कारोबारियों को संकट का सामना करना पड़ सकता है.
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वहीं, क्षेत्रीय प्रबंधक वन विकास निगम, गिरीश चंद्र पंत ने बताया कि कुमाऊं मंडल की गौला नदी, कैलाश नदी और शारदा नदी से अभी तक मात्र 10 लाख घन मीटर में ही खनन निकासी का कार्य हो पाया है, जिससे पांच करोड़ के राजस्व की प्राप्ति भी हो चुकी हुई है.