रामनगर: कॉर्बेट और लैंडस्केप में मौजूद कोसी नदी में सर्दी का सीजन शुरू होते ही प्रवासी पक्षियों का आगमन होने लगा है. जैसे- जैसे सर्दी बढ़ेगी, वैसे ही प्रवासी पक्षियों की संख्या में भी इजाफा होता रहेगा. प्रवासी पक्षियों के आगमन के चलते वन विभाग की जिम्मेदारी बढ़ जाती है. सुरक्षा के लिहाज से वन विभाग लगातार इन पक्षियों के लिए निगरानी गश्त करता रहता है.
कॉर्बेट पार्क की नदियों में प्रवासी पक्षियों का जमावाड़ा लगना शुरू हो गया है. हिमालय और लद्दाख की पहाड़ियों से निकल कर ये पक्षी रामनगर और कॉर्बेट की नदियों में आकर शोभा बढ़ा रहे हैं. कोसी नदी, रामगंगा नदी समेत आसपास की नदियों और जलाशयों में प्रवासी पक्षियों ने डेरा जमा लिया है.
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बता दें कि सुर्खाब यानी रैडी शैल डक का आकर्षण सबसे ज्यादा रहता है. विदेशी मेहमान पक्षी भोजन और प्रजनन के लिए सैकड़ों मील का सफर तय कर ठंडे देशों से पहुंचते हैं. इस समय कोसी नदी में कई मेहमान पक्षियों के करलव से वातावरण गूंज रहा है. सालों से ये प्रवासी पक्षी यहां आ रहे हैं. जिन वजह से पर्यटन से जुड़े लोगों की जीविका भी चल रही है. जलाशयों में इनकी आमद के साथ-साथ इनकी सुरक्षा की बड़ी जिम्मेदारी वन महकमे पर है. सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम के साथ पक्षियों के शिकार को रोकने के लिए वन इन जलाशयों और नदियों में वनकर्मियों की गश्त बढ़ा दी है.