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बलियानाला क्षेत्र में हो रहे भूस्खलन को रोकने के लिए जापान से पहुंची टीम, प्रशासन अलर्ट

नैनीताल के बलिया नाला क्षेत्र में हो रहे भूस्खलन को लेकर प्रशासन गंभीर हो गई है. बरसात में भूस्खलन के मद्देनजर प्रशासन और जापान की टीम ने मिलकर बलिया नाले का बारिकी से निरीक्षण किया. साथ ही मिट्टी और पत्थर के सैंपल लेकर जांच के लिए भेज दिया है.

बलियानाला क्षेत्र में हो रहे भूस्खलन का बारिकी से निरीक्षण करती जापान के विशेषज्ञों की टीम.
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Published : Jun 30, 2019, 6:41 PM IST

Updated : Jun 30, 2019, 7:09 PM IST

नैनीतालः सरोवर नगरी के बलियानाला क्षेत्र में हो रहा लगातार भूस्खलन नासूर बनता जा रहा है. मामले की गंभीरता को देखते हुए सरकार ने जापान के विशेषज्ञों का सहारा लिया है. इसी कड़ी में प्रशासन और जापान से आई टीम ने बलियानाला क्षेत्र का बारिकी से निरीक्षण किया. साथ ही मिट्टी और पत्थर के नमूने लेकर परीक्षण में जुट गया है.

बलियानाला क्षेत्र में हो रहे भूस्खलन का बारिकी से निरीक्षण करती जापान के विशेषज्ञों की टीम.

बता दें कि नैनीताल के बलियानाला क्षेत्र में 1970 के दशक से ही हर साल भू-स्खलन हो रहा है. लगातार हो रहे भू-स्खलन की जद में अब शहर का आबादी वाला क्षेत्र भी आ गया है. जिसके बाद मामले को गंभीरता से लेते हुए जिला प्रशासन ने बलियानाला क्षेत्र और रिहायशी क्षेत्र में रह रहे लोगों को विस्थापित करने का फैसला लिया है.

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इससे पहले भी जापान की जायका टीम और भारतीय जूलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया ने सर्वे कर एक रिपोर्ट सरकार को दी थी. जिसमें उन्होंने बताया कि बलियानाला काफी संवेदनशील क्षेत्र है. यहां पर कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है. लिहाजा यहां पर रह रहे लोगों को जल्द से जल्द विस्थापित किया जाना चाहिए. जिसके बाद जिला प्रशासन ने क्षेत्र में रह रहे लोगों को विस्थापित करने के आदेश दिए थे.

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इस आदेश के बाद स्थानीय लोग हाई कोर्ट की शरण में पहुंचे थे. जहां पर उन्होंने विस्थापित ना करने की अपील की. जिसके बाद कोर्ट ने मामले पर सुनवाई करते हुए प्रशासन को आदेश दिए कि उन्हें विस्थापित ना किया जाए. वहीं, एक बार फिर बरसात के सीजन को देखते हुए प्रशासन अलर्ट हो गया है.

ये भी पढ़ेंः Budget 2019: वित्त मंत्री से क्या है घर की 'वित्त मंत्री' को उम्मीद, काफी खास होगा मोदी 2.0 का बजट

इसी कड़ी में रविवार को प्रशासन और जापान की जायका टीम ने बलियानाला समेत रईस होटल क्षेत्र का निरीक्षण किया. इस दौरान जापान की टीम ने बलियानाले की 250 फिट से ज्यादा की गहराई से मिट्टी और पत्थर के नमूने लिए. जिसके आधार पर जापान की टीम रिपोर्ट देगी.

वहीं, मामले पर जिलाधिकारी सविन बंसल का कहना है कि नाले की रिपोर्ट तैयार की जा रही है. साथ ही नाले के कार्य को लेकर डीपीआर बनाई जा रही है. जिससे जल्द से जल्द बजट अवमुक्त कराकर कार्रवाई की जा सके.

नैनीतालः सरोवर नगरी के बलियानाला क्षेत्र में हो रहा लगातार भूस्खलन नासूर बनता जा रहा है. मामले की गंभीरता को देखते हुए सरकार ने जापान के विशेषज्ञों का सहारा लिया है. इसी कड़ी में प्रशासन और जापान से आई टीम ने बलियानाला क्षेत्र का बारिकी से निरीक्षण किया. साथ ही मिट्टी और पत्थर के नमूने लेकर परीक्षण में जुट गया है.

बलियानाला क्षेत्र में हो रहे भूस्खलन का बारिकी से निरीक्षण करती जापान के विशेषज्ञों की टीम.

बता दें कि नैनीताल के बलियानाला क्षेत्र में 1970 के दशक से ही हर साल भू-स्खलन हो रहा है. लगातार हो रहे भू-स्खलन की जद में अब शहर का आबादी वाला क्षेत्र भी आ गया है. जिसके बाद मामले को गंभीरता से लेते हुए जिला प्रशासन ने बलियानाला क्षेत्र और रिहायशी क्षेत्र में रह रहे लोगों को विस्थापित करने का फैसला लिया है.

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इससे पहले भी जापान की जायका टीम और भारतीय जूलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया ने सर्वे कर एक रिपोर्ट सरकार को दी थी. जिसमें उन्होंने बताया कि बलियानाला काफी संवेदनशील क्षेत्र है. यहां पर कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है. लिहाजा यहां पर रह रहे लोगों को जल्द से जल्द विस्थापित किया जाना चाहिए. जिसके बाद जिला प्रशासन ने क्षेत्र में रह रहे लोगों को विस्थापित करने के आदेश दिए थे.

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इस आदेश के बाद स्थानीय लोग हाई कोर्ट की शरण में पहुंचे थे. जहां पर उन्होंने विस्थापित ना करने की अपील की. जिसके बाद कोर्ट ने मामले पर सुनवाई करते हुए प्रशासन को आदेश दिए कि उन्हें विस्थापित ना किया जाए. वहीं, एक बार फिर बरसात के सीजन को देखते हुए प्रशासन अलर्ट हो गया है.

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इसी कड़ी में रविवार को प्रशासन और जापान की जायका टीम ने बलियानाला समेत रईस होटल क्षेत्र का निरीक्षण किया. इस दौरान जापान की टीम ने बलियानाले की 250 फिट से ज्यादा की गहराई से मिट्टी और पत्थर के नमूने लिए. जिसके आधार पर जापान की टीम रिपोर्ट देगी.

वहीं, मामले पर जिलाधिकारी सविन बंसल का कहना है कि नाले की रिपोर्ट तैयार की जा रही है. साथ ही नाले के कार्य को लेकर डीपीआर बनाई जा रही है. जिससे जल्द से जल्द बजट अवमुक्त कराकर कार्रवाई की जा सके.

Intro:Summry- सरोवर नगरी नैनीताल बुनियाद कहे जाने वाले बलिया नाला क्षेत्र में हो रहे भूस्खलन को गंभीरता से लेते हुए राज्य सरकार और जिला प्रशासन ने क्षेत्र में जापान की टीम के साथ मिलकर निरीक्षण करा।

Intro

नैनीताल के बलिया नाला क्षेत्र में 1970 के दशक से हर साल भूस्खलन हो रहा है जिसकी जद में अब नैनीताल का आबादी वाला क्षेत्र भी आने लगा है जिस को गंभीरता से लेते हुए जिला प्रशासन के द्वारा बलियानाला क्षेत्र और रिहायशी क्षेत्र में रह रहे लोगों को विस्थापित करने का फैसला लिया है,,,
क्योंकि पूर्व में जापान की टीम जायका और भारतीय जूलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया के द्वारा एक रिपोर्ट सरकार को दी गई है जिसमें उनके द्वारा कहा गया था किए क्षेत्र बेहद संवेदनशील है और यहां पर कभी भी कोई बड़ी घटना घट सकती है लिहाजा यहां पर रह रहे लोगों को जल्द से जल्द विस्थापित किया जाना चाहिए,,, जिसके बाद जिला प्रशासन द्वारा क्षेत्र में रह रहे लोगों को विस्थापित करने के आदेश दिए थे,,,
जिसके बाद स्थानीय लोग नैनीताल हाईकोर्ट की शरण में पहुंचे और उनके द्वारा विस्थापित ना होने की प्रार्थना की गई जिसके बाद कोर्ट ने मामले पर सुनवाई करते हुए प्रशासन को आदेश दिए किस क्षेत्र में रह रहे लोगों को विस्थापित ना किया जाए,,


Body:वहीं बरसात के सीजन को देखते हुए एक बार फिर प्रशासन और जापान की जायका टीम के द्वारा नैनीताल के बलिया नाला क्षेत्र समेत रईस होटल क्षेत्र का निरीक्षण करा गया इस दौरान जापान की टीम के द्वारा बलियानाले की 250 फिट से अधिक गहराई से
बलियानाला ओर रईस होटल क्षेत्र के आसपास से मिट्टी और पत्थर के नमूने भी एकत्र किए जिसके आधार पर जापान की टीम तय करेगी कि इस क्षेत्र में किस तरह से नाला क्षेत्र का ट्रीटमेंट करा जाना है और इस पर क्या क्या दिक्कतें आएंगी।


Conclusion:वहीं नैनीताल का बेस माने जाने वाले बलियानाला में हो रहे भूस्खलन को रोकने के लिए सरकार भी गंभीर है,, ताकि नैनीताल को बचाया जा सके।
वही मामले में नैनीताल के डी एम साबिन बंसल का कहना है कि नाले की रिपोर्ट बन रही है साथ ही नाले के कार्य को करने के लिए डी पी आर बनाई जा रही है ताकि जल्द से जल्द बजट अवमुक्त करा जा सके।

बाईट- साबिन बंसल, डी एम नैनीताल।
Last Updated : Jun 30, 2019, 7:09 PM IST
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