हल्द्वानी: उत्तराखंड में बारिश आसमान से आफत बनकर बरस रही है, फिर हल्द्वानी के लोग बूंद-बूंद पीने के पानी को तरस रहे है. बताया जा रहा है कि पहाड़ों और हल्द्वानी में हुई बारिश के कारण गौला नदी में सिल्ट आने से जल संस्थान ks प्लांट में भी सिल्ट आ गया है, जिसकी वजह से शहर में पेयजल सप्लाई बाधित हो गई है.
हालात का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि हल्द्वानी शहर का एक बड़ा इलाका पेयजल संकट के जुझ रहा है. पेयजल किल्लत से परेशान होकर जनप्रतिनिधि और स्थानीय लोग जल संस्थान के दफ्तर पहुंचे, जहां जिम्मेदार अधिकारी नहीं मिले तो उनका पारा और चढ़ गया.
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लोगों का कहना है कि वो अपनी समस्या सुनाए तो सुनाए किसे. लोगों का कहना है कि हर साल मॉनसून सीजन में उन्होंने इस तरह पेयजल किल्लत का सामना करना पड़ता है. जल संस्थान प्लांट में सिल्ट आने पेयजल सप्लाई बाधित हो जाती है. जल संस्थान इसकी कोई भी वैकल्पिक व्यवस्था नहीं कर पाता है, जिसका खामियाजा शहर की आम जनता को उठाना पड़ता है.
ऐसे हालत में जल संस्थान टैंकरों के जरिए पेयजल की सप्लाई करता है, लेकिन किल्लत के हिसाब से वो पर्याप्त नहीं होती है. स्थानीय लोगों का कहना है कि शुद्ध पेयजल पहुंचाना जल संस्थान की जिम्मेदारी है, लेकिन यहां कोई सुनने वाला ही नहीं. लोग दूर दराज से पानी भरकर लाने को मजबूर हैं.
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गौरतलब हो कि गौला नदी में भारी मात्रा में गंदा पानी आने से जल संस्थान के फिल्टर प्लांट ने काम करना बंद कर दिया है, जिसके चलते शहर की आधी आबादी को पानी नहीं मिल पा रहा है. जल संस्थान के अधिकारियों का कहना है कि वैकल्पिक तौर पर लोगों के घरों तक टैंकरों के माध्यम से पीने का पानी पहुंचाया जा रहा है. नदी में पानी साफ आते ही गौला नदी से पानी फिल्टर लोगों के घर तक पहुंचाए जाने का काम किया जाएगा.