हल्द्वानी: उत्तराखंड वन विभाग अब जंगलों में अन्य पौधों के साथ-साथ जैव विविधता वाले पौधों का रोपण कर रहा है. इससे पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ जंगलों में वन्य जीवों को भोजन और उनके आवास स्थल का संरक्षण किया जा सकेगा. इसके अलावा सकारात्मक ऊर्जा देने वाले पौधों का भी वन विभाग रोपण कर रहा है, जो मनुष्य के जीवन में बहु उपयोगी हैं.
मुख्य वन संरक्षक जीवन चंद्र जोशी ने बताया कि कुमाऊं मंडल के पांच वन प्रभागों के जंगलों में अन्य पौधों के रोपण के साथ-साथ अब जैव विविधता वाले खैर, जामुन, बहेड़ा, आंवला, कचनार, अर्जुन का रोपण किया गया है. उन्होंने बताया कि 1,155 हेक्टेयर में इस बार 12 लाख 82 हजार मिश्रित जैव विविधता वाले पौधों का रोपण किया गया है.
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वन विभाग के सभी अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि वनों में की जाने वाली पौधारोपण में पीपल, बरगद, कदंब के पौधों को भी शामिल किया जाए. जिससे कि वनों में जैव विविधता वाले पौधों का संरक्षण हो सके. उन्होंने बताया कि जैव विविधता वाले पौधों के रोपण से वनों में रहने वाले वन्यजीवों और पशु पक्षियों को उनके आवास स्थल के साथ-साथ भोजन भी उपलब्ध होगा. जैव विविधता वाले पौधों से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है, जो वनों के साथ-साथ इंसानी जिंदगी के लिए भी लाभदायक हैं.