रामनगरः कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में पयटकों को भ्रमण पर ले जाने जिप्सी चालकों ने कॉर्बेट प्रशासन को एक ज्ञापन सौंपा. जिसमें उन्होंने पार्क प्रशासन से पर्यटकों से कोविड की RT-PCR रिपोर्ट न मंगाने की अपील की.
कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के जिप्सी चालकों ने कॉर्बेट प्रशासन को ज्ञापन सौंपते हुए कहा कि पार्क के प्रवेश द्वार पर पर्यटकों से RT-PCR रिपोर्ट मांगी जा रही है, जिससे कॉर्बेट पार्क में आने वाले सैकड़ों पर्यटक अपनी बुकिंग कैंसिल करवा रहे हैं. ऐसे में जिप्सी चालकों के सामने रोजी-रोटी का संकट पैदा हो गया है. उन्होंने अपील करते हुए कहा कि पर्यटकों से कोविड की RT-PCR रिपोर्ट न मांगी जाए.
ये भी पढ़ेंः कॉर्बेट पार्क में बढ़ी बाघों के वर्चस्व की लड़ाई, चौंकाने वाला है 10 सालों में मौत का आंकड़ा
वहीं, मामले में कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के निदेशक राहुल कुमार ने बताया कि पार्क में जो पर्यटन गतिविधियां संचालित की जाती हैं, वह एनटीसीए गवर्नमेंट ऑफ इंडिया और राज्य सरकार की ओर से जारी गाइडलाइन के तहत की जाती है. जहां तक कॉर्बेट पार्क के प्रवेश द्वार पर RT-PCR रिपोर्ट दिखाने की बात है तो वह प्रदेश और जिलों के बॉर्डर पर ही की जा रही है. पार्क के पर्यटन गेटों पर रिपोर्ट चेक करने की कोई व्यवस्था नहीं की जा रही है.
उन्होंने कहा कि पार्क प्रशासन की ओर से पयटकों की केवल थर्मल स्क्रीनिंग, मास्क और सैनिटाइजर कॉर्बेट पार्क में प्रवेश करने से पहले चेक किया जा रहा है. जबकि, किसी भी प्रकार की RT-PCR रिपोर्ट नहीं मांगी जा रही है.