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दुर्गापाल बोले- बजट में किसानों का रखा जाए विशेष ख्याल, जिससे बकाये का भुगतान कर सकें धरतीपुत्र - former cabinet minister Uttarakhand

हरीश चंद्र दुर्गापाल  ने मीडिया से बात करते हुये कहा कि प्रदेश सरकार ने किसानों के ऋण माफ करने की बात कही थी,  लेकिन  किसान के हालात और खराब हो चुके हैं. किसान आत्महत्या कर रहा है, ऐसे में  किसानों को ऋण माफी के लिए  अलग से बजट का प्रावधान होना चाहिए.

पूर्व कैबिनेट मंत्री हरीश चंद्र दुर्गापाल
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Published : Feb 10, 2019, 9:50 AM IST

Updated : Feb 10, 2019, 1:00 PM IST

हल्द्वानी: उत्तराखंड विधानसभा का बजट सत्र 11 फरवरी से प्रस्तावित है. जिसके लिये सरकार ने पूरी तैयारियां कर ली है. वहीं इस बजट से प्रदेश की जनता को काफी उम्मीदें हैं. वहीं पूर्व कैबिनेट मंत्री रह चुके हरीश चंद्र दुर्गापाल का कहना है कि आने वाले प्रदेश के बजट से लोगों को काफी उम्मीदें हैं. इस बजट में किसानों के लिए अलग से बजट जारी किया जाना चाहिए, जिससे कि गन्ना किसानों के बकाये का भुगतान किया जा सके.

पूर्व कैबिनेट मंत्री हरीश चंद्र दुर्गापाल
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हरीश चंद्र दुर्गापाल ने मीडिया से बात करते हुये कहा कि प्रदेश सरकार ने किसानों के ऋण माफ करने की बात कही थी, लेकिन किसान के हालात और खराब हो चुके हैं. किसान आत्महत्या कर रहा है, ऐसे में किसानों को ऋण माफी के लिए अलग से बजट का प्रावधान होना चाहिए. पिछली सरकार द्वारा चलाई गई कई कल्याणकारी योजनाओं को पूरा करने के लिए अलग से बजट का प्रावधान होना चाहिए. पिछले सरकार द्वारा किए जा रहे विकास कार्य अभी भी अधूरे पड़े हुए हैं जो बजट के अभाव में ठप हो गए हैं. साथ ही उन कामों को जारी रखने के लिए अलग से बजट दिया जाना चाहिये जिससे पुराने विकास कार्य में तेजी लाई जा सके.

पढ़ें- बजट सत्र के दौरान उत्तराखंड पहुंचेंगे PM मोदी, कांग्रेस ने खड़े किये सवाल

उन्होंने कहा कि पहाड़ से पलायन प्रदेश की सबसे बड़ी समस्या है, इसके लिए सरकार को गंभीर होना पड़ेगा. पर्वतीय जनपदों को और आकर्षण बनाने की जरूरत है पर्यटन और होटल व्यवसाय के लिए अलग से पैकेज होना चाहिए. जिससे कि स्थानीय लोग स्वरोजगार के लिए आगे आएंगे. उन्होंने कहा कि वीर चंद्र गढ़वाली, होम स्टे योजना के अंतर्गत शत-प्रतिशत पात्रों को ऋण मिलना चाहिए और उनके सब्सिडी को तुरंत देना चाहिए. जिससे कि लोगों को स्वरोजगार मिल सके और पहाड़ से पलायन रुके जिसके लिए सरकार को अलग से बजट जारी करना चाहिए.

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हल्द्वानी: उत्तराखंड विधानसभा का बजट सत्र 11 फरवरी से प्रस्तावित है. जिसके लिये सरकार ने पूरी तैयारियां कर ली है. वहीं इस बजट से प्रदेश की जनता को काफी उम्मीदें हैं. वहीं पूर्व कैबिनेट मंत्री रह चुके हरीश चंद्र दुर्गापाल का कहना है कि आने वाले प्रदेश के बजट से लोगों को काफी उम्मीदें हैं. इस बजट में किसानों के लिए अलग से बजट जारी किया जाना चाहिए, जिससे कि गन्ना किसानों के बकाये का भुगतान किया जा सके.

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हरीश चंद्र दुर्गापाल ने मीडिया से बात करते हुये कहा कि प्रदेश सरकार ने किसानों के ऋण माफ करने की बात कही थी, लेकिन किसान के हालात और खराब हो चुके हैं. किसान आत्महत्या कर रहा है, ऐसे में किसानों को ऋण माफी के लिए अलग से बजट का प्रावधान होना चाहिए. पिछली सरकार द्वारा चलाई गई कई कल्याणकारी योजनाओं को पूरा करने के लिए अलग से बजट का प्रावधान होना चाहिए. पिछले सरकार द्वारा किए जा रहे विकास कार्य अभी भी अधूरे पड़े हुए हैं जो बजट के अभाव में ठप हो गए हैं. साथ ही उन कामों को जारी रखने के लिए अलग से बजट दिया जाना चाहिये जिससे पुराने विकास कार्य में तेजी लाई जा सके.

पढ़ें- बजट सत्र के दौरान उत्तराखंड पहुंचेंगे PM मोदी, कांग्रेस ने खड़े किये सवाल

उन्होंने कहा कि पहाड़ से पलायन प्रदेश की सबसे बड़ी समस्या है, इसके लिए सरकार को गंभीर होना पड़ेगा. पर्वतीय जनपदों को और आकर्षण बनाने की जरूरत है पर्यटन और होटल व्यवसाय के लिए अलग से पैकेज होना चाहिए. जिससे कि स्थानीय लोग स्वरोजगार के लिए आगे आएंगे. उन्होंने कहा कि वीर चंद्र गढ़वाली, होम स्टे योजना के अंतर्गत शत-प्रतिशत पात्रों को ऋण मिलना चाहिए और उनके सब्सिडी को तुरंत देना चाहिए. जिससे कि लोगों को स्वरोजगार मिल सके और पहाड़ से पलायन रुके जिसके लिए सरकार को अलग से बजट जारी करना चाहिए.

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स्लग-आने वाले बजट पर पूर्व कैबिनेट मंत्रियों की क्या है राय देखें।
रिपोर्टर- भावनाथ पंडित 
स्थान -हल्द्वानी /10 फरवरी

स्लग-प्रदेश के त्रिवेन्द्र सरकार अपना तीसरा बजट पेश करने जा रही है ।ऐसे में आम जनता के साथ जनप्रतिनिधियों को भी इस बजट से काफी उम्मीदें हैं । पूर्वर्ती हरीश रावत सरकार में कैबिनेट मंत्री रह चुके हरीश चंद्र दुर्गापाल का कहना है कि आने वाले प्रदेश के बजट से लोगों को काफी उम्मीदें हैं। इस बजट में किसानों के लिए अलग से बजट जारी किया जाना चाहिए जिससे कि गन्ना किसानों के बकाया  रुपए को भुगतान को किया जा सके। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने किसानों के ऋण माफ करने की बात कही थी  लेकिन  किसान के हालात और खराब हो चुके हैं किसान आत्महत्या कर रहा है ऐसे में  किसानों को ऋण माफी के लिए  अलग से बजट का प्रावधान होना चाहिए । पिछली सरकार द्वारा चलाई गई कई कल्याणकारी योजनाओं को पूरा करने के लिए अलग से बजट का प्रावधान होना चाहिए। पिछले सरकार द्वारा किए जा रहे विकास कार्य अभी भी अधूरे पड़े हुए हैं जो बजट के अभाव में ठप हो गए हैं ,उन कामों को जारी रखने के लिए अलग से बजट का दे ताकि पुराने विकास कार्य में तेजी लाई जा सके। उन्होंने कहा कि पहाड़ से पलायन प्रदेश की सबसे बड़ी समस्या है इसके लिए सरकार को गंभीर होना पड़ेगा पर्वतीय जनपदों को और आकर्षण बनाने की जरूरत है पर्यटन और होटल व्यवसाय के लिए अलग से पैकेज होना चाहिए जिससे कि स्थानीय लोग स्वरोजगार के लिए आगे आएंगे। उन्होंने कहा कि वीर चंद्र गढ़वाली ,होम स्टे योजना के अंतर्गत शत-प्रतिशत पात्रों को ऋण मिलना चाहिए और उनके सब्सिडी को तुरंत देना चाहिए जिससे कि लोगों को स्वरोजगार मिल सकेेऔर पहाड़ से पलायन रुके  जिसके लिए सरकार को अलग से बजट जारी करना चाहिए।

बाइट- हरिशचंद्र दुर्गापाल पूर्व कैबिनेट मंत्री
Last Updated : Feb 10, 2019, 1:00 PM IST
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