रामनगर (उत्तराखंड): अंतरिक्ष में कई खगोलीय घटनाएं समय-समय पर देखने को मिलती हैं, लेकिन कई सालों बाद 25 जनवरी को एक ऐसा मौका आया. जब सभी 7 ग्रह एक साथ नजर आए. इस घटनाक्रम को ग्रहों की परेड का नाम दिया गया. नैनीताल के अलग-अलग क्षेत्रों के साथ ही रामनगर में स्थित एस्ट्रोस्टॉप्स ऑब्जर्वेटरी से इस घटना का दीदार किया गया. जहां सुबह से ही काफी संख्या में स्थानीय लोग और पर्यटक इस घटना को देखने के लिए शाम होने का इंतजार करते रहे. शाम होते ही लोगों ने ब्रह्मांड की इस खगोलीय घटना का दीदार किया.
रामनगर के ढिकुली स्थित एस्ट्रोवर्स प्राइवेट लिमिटेड नाम की संस्था ने अपनी एस्ट्रोस्टॉप्स ऑब्जर्वेटरी में 3 दिवसीय 24 जनवरी से लेकर 26 जनवरी तक एक कार्यक्रम आयोजित किया. इस कार्यक्रम के तहत दूसरे दिन लोगों ने देर रात तक आसमान में 7 ग्रहों की परेड का नजारा देखा. इस घटना का दीदार उत्तराखंड के नैनीताल जिले के एरीज, मुक्तेश्वर, ज्योलिकोट, रामनगर से किया गया. नैनीताल से करीब 10 किमी की दूरी पर बल्दियाखान और रामनगर से 10 किलोमीटर दूर ढिकुली में एस्ट्रोवर्स ऑब्जर्वेटरी स्थित है. जहां ब्रह्मांड की इस घटना का पर्यटकों ने दीदार किए.
एस्ट्रोवर्स एजुकेशन ऑफिसर एस्ट्रोनॉमर अमिताभ पांडे ने बताया कि 25 जनवरी को एक खास खगोलीय घटना 'प्लेनेटरी अलाइनमेंट' हुई. इस दिन 7 ग्रह एक साथ देखने को मिले, जिन्हें यहां आए पर्यटकों के साथ ही बच्चों ने टेलीस्कोप की मदद से एक स्थान से सभी ग्रहों को एक साथ देखा. उन्होंने बताया कि उत्तराखंड के नैनीताल के साथ ही अन्य पहाड़ियों में लाइट प्रदूषण से दूर कई स्थानों पर ऑब्जर्वेटरी स्थित है. जिसमें एक बल्दियाखान में भी है. जहां से इस खगोलीय घटना को सैकड़ों लोगों ने देखा.
टेलीस्कोप के जरिए 7 ग्रहों का किया दीदार: उन्होंने बताया कि उनकी ऑब्जर्वेटरी में एक्सपर्ट्स की ओर से इस घटना के बारे में बताया गया. साथ ही टेलीस्कोप के माध्यम से 7 ग्रहों का दीदार करवाया गया. इसके अलावा स्टार गेजिंग, सोलर ऑब्जर्वेशन, मून ऑब्जर्वेशन, ट्रैकिंग, एस्ट्रो फोटोग्राफी, लाइट पेंटिंग के अलावा अन्य कई तरह की एक्टिविटी का भी लोगों ने आनंद लिया.
दुर्लभ ग्रह संयोग का दिखा नजारा: बता दें कि 25 जनवरी को सभी 7 ग्रह यानी शनि, बुध, वरुण, शुक्र, अरुण, बृहस्पति और मंगल आकाश में एक सीध में आए. इसे खगोलशास्त्री और वैज्ञानिक एक दुर्लभ ग्रह संयोग कहते हैं. हालांकि, एक ही समय में कुछ ग्रहों (Planets) का सूर्य के एक ही तरफ एक ही रेखा में होना असामान्य बात नहीं है, लेकिन जब सभी ग्रह एक रेखा में आ जाएं तो यह घटना निश्चित रूप से दुर्लभ है.
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