रामनगर: वन प्रभाग तराई पश्चिमी अब तेंदुओं पर रेडियो कॉलर लगाने की कवायद में जुट गए है. जिससे इन तेंदुओं की गतिविधियों पर लगातार नजर रखी जा सके. साथ ही इससे मानव वन्यजीव संघर्ष की घटनाओं पर रोक लग सकेगी. हरिद्वार वन विभाग की तर्ज पर अब रामनगर वन प्रभाग तराई पश्चिमी तेंदुओं पर रेडियो कॉलर लगाने की तैयारी कर रहा है.
रामनगर वन प्रभाग के तराई पश्चिमी वन प्रभाग क्षेत्र में करीब 6 हजार से अधिक तेंदुए मौजूद है. आबादी क्षेत्र में इन दिनों तेंदुए का आतंक बढ़ता जा रहा है. जिससे लगातार मानव वन्यजीव संघर्ष की घटनाएं देखी जा रही है. पिछले महीनों में तेंदुए ने कई लोगों को घायल किया है. ऐसे में तेंदुओं के बढ़ते आतंक को देखते हुए अब रामनगर वन प्रभाग तराई पश्चिमी आबादी क्षेत्र के आस-पास देखे जाने वाले तेदुओं पर रेडियो कॉलर लगाने की तैयारी कर रहा है. जिससे वन विभाग तेंदुओं की पल-पल की गतिविधियों पर नजर रखी जा सके.
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वन प्रभाग तराई पश्चिमी के डीएफओ हिमांशु बागड़ी ने बताया कि जिस क्षेत्र में तेंदुए का आतंक ज्यादा है और जहां मानव वन्यजीव संघर्ष की घटनाएं लगातार देखी जा रही है. उस क्षेत्र में चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन की अनुमति लेकर तेंदुओं पर रेडियो कॉल लगाया जाएगा. जिससे तेंदुए की गतिविधियों और उसके व्यवहार पर अध्ययन किया जा सके.