हल्द्वानी: प्रदेश की चीनी मिलों में पेराई सत्र शुरू होने के बाद भी किसान परेशान हैं. गन्ने की फसल खेतों में तैयार है लेकिन कई चीनी मिलों ने अभीतक गन्ने की खरीद शुरू नहीं की है. इस देरी के कारण किसान गेहूं की बुवाई भी नहीं कर पा रहे हैं. इसके अलावा किसानों का गुस्सा इस बात को लेकर भी है कि उनका पिछले साल का भुगतान भी नहीं किया गया है.
प्रदेश की अधिकतर चीनी मिलों में पिराई सत्र शुरू हो गया है, लेकिन नैनीताल जिले के किसान गन्ना खरीद में हो रही देरी के चलते परेशान हैं. किसानों का आरोप है कि इस बार गन्ना खरीदने में एक महीने देरी हो गई है. गन्ना खरीद सेंटरों में तौल कांटे का काम भी अधूरा पड़ा हुआ है. वहीं गन्ना खरीद पर्चियां भी देरी से दी जा रही हैं. जिसके चलते उनके गन्ने खेत में खड़े हैं लेकिन वो उन्हें बेच नहीं पा रहे हैं.
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किसानों का कहना है कि अगर सरकार समय से गन्ना खरीद कर लेती तो वह गेहूं की बुवाई भी समय से कर लेते. इस समय शादी-विवाह का सीजन भी चल रहा है. अगर सरकार समय से गन्ना खरीदकर उनके भुगतान कर देती तो उनके परिवार में शादी विवाह भी समय से हो जाता.
इस पूरे मामले में गन्ना आयुक्त ललित मोहन रयाल का कहना है कि इस बार पेराई सत्र कुछ देरी से शुरू हुआ है. चीनी मिलों को निर्देशित किया जा चुका है कि गन्ना तोल कांटा और खरीद पर्ची का निस्तारण जल्द किया जाए और गन्ना खरीद में तेजी लाई जाए.