हल्द्वानी: उत्तराखंड में इस बार गन्ना पेराई सत्र 2019-20 में अन्य साल की तुलना में ज्यादा गन्ने की पेराई हुई है. हालांकि, पेराई सत्र खत्म हुए कई महीने हो चुके हैं, लेकिन अभी तक कई किसानों का गन्ने का भुगतान नहीं हो पाया है, जिसके चलते गन्ना किसान परेशान हैं. बताया जा रहा है कि सत्र 2019-20 में 1316 करोड़ की गन्ने की किसानों से खरीद की गई थी, जिसमें अभी तक सिर्फ 863 करोड़ रुपए का ही भुगतान किसानों को हो पाया है.
वहीं, उत्तराखंड गन्ना आयुक्त ललित मोहन रयाल ने बताया कि लक्सर चीनी मिल द्वारा इस सप्ताह 36 करोड़ रुपए गन्ना किसानों को भुगतान किया गया है. वर्तमान में 488 करोड़ रुपए गन्ना भुगतान बकाया राशि है, उन्होंने बताया कि गन्ना भुगतान को लेकर चीनी मिलों को निर्देशित किया जा चुका है. चीनी की उठान होते ही किसानों के गन्ने का भुगतान किसानों को कर दिया जाएगा.
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बता दें कि इस वर्ष गन्ना पराई सत्र के सरकारी चीनी मिल बाजपुर चीनी मिल पर 56 करोड़, नादेही चीनी मिल पर 39 करोड़, किच्छा शुगर मिल पर 60 करोड़, डोईवाला पर 50 करोड़ का बकाया है. जबकि, 3 निजी चीनी मिल लिबर रेडी हरिद्वार चीनी मिल पर 100 करोड़, इकबालपुर चीनी मिल पर 63 करोड़ और लक्सर चीनी मिल पर 131 करोड़ रुपए बकाया है.