ETV Bharat / state

UFTA वनकर्मियों को दे रहा वाइल्ड लाइफ का प्रशिक्षण, विशेषज्ञों से सीख रहे गुर - UFTA वनकर्मियों को दे रहा वाइल्ड लाइफ का प्रशिक्षण

UFTA की पहल पर मशहूर शिकारी और इंटरनेशनल शूटर वनकर्मियों को प्रशिक्षण दे रहे हैं. इस प्रशिक्षण में वाइल्ड लाइफ की बारीकियों के साथ हर एक छोटी बड़ी जानकारियां दी जाएंगी.

uttarakhand forest training academy
मशहूर शिकारी और इंटरनेशनल शूटर वनकर्मियों को दे रहे वाइल्ड लाइफ का प्रशिक्षण
author img

By

Published : Sep 8, 2022, 7:51 PM IST

Updated : Sep 8, 2022, 8:01 PM IST

हल्द्वानी: उत्तराखंड में यूएफटीए (uttarakhand forest training academy) की पहल से बाद वनकर्मियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है. मशहूर शिकारी और इंटरनेशनल शूटर प्रशिक्षणार्थियों को वाइल्ड लाइफ की बारीकियां सिखा रहे हैं. जाने-माने शिकारी आशीष दास गुप्ता (Hunter Ashish Das Gupta), मशहूर शिकारी और इंटरनेशनल शूटर सैयद अली बिन हादी (International shooter Syed Ali bin Hadi) कार्यशाला में प्रशिक्षणार्थि वन कर्मियों को जंगलों में होने वाले वन्यजीवो की गतिविधियों के बारे में विस्तार से जानकारियों के साथ प्रशिक्षण दिया जा रहा है.

प्रशिक्षण के दौरान जंगलों में किस तरह से वन्यजीवों को रेस्क्यू करना, वन्यजीवों के हमले से कैसे बचा जा सके, आदमखोर हो चुके बाघ को कैसे उसकी पहचान और उसको मारा जा सके इसकी भी ट्रेनिंग दी जा रही है. साथ ही बाघ को मारने के दौरान किस तरह के हथियार का प्रयोग होना चाहिए इसका भी टीम द्वारा प्रशिक्षण दिया जा रहा है.

मशहूर शिकारी और इंटरनेशनल शूटर वनकर्मियों को दे रहे वाइल्ड लाइफ का प्रशिक्षण

पढ़ें- राजपथ नहीं, कर्तव्य पथ ... जानें खासियत और पूरा इतिहास

निदेशक यूएफटीए तेजस्विनी पाटिल(Director UFTA Tejaswini Patil) ने बताया उत्तराखंड फॉरेस्ट ट्रेनिंग एकेडमी द्वारा पहली बार इस तरह के शिकारियों के माध्यम से प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले कैडर को वाइल्डलाइफ संबंधित जानकारी उपलब्ध कराई जा रही है. उन्होंने बताया यूएफटीए में प्रशिक्षण ले रहे पहले उत्तराखंड के 100 और पश्चिम बंगाल के 42 फॉरेस्ट ऑफिसरों को इस तरह की ट्रेनिंग दी जा रही है.

पढ़ें- 'पार्टी धर्म' निभाने के बाद 'कर्तव्य पथ' पर त्रिवेंद्र! कही ये बड़ी बात

मशहूर शिकारी आशीष दास गुप्ता ने बताया इन प्रशिक्षणार्थियों को वाइल्डलाइफ संबंधित जानकारियां उपलब्ध कराई जा रही हैं. साथ ही वन्य जीवों को कैसे रेस्क्यू करना है, उनके पद चिन्ह सहित अन्य जानकारियां जुटाने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है. भविष्य में इस तरह की ट्रेनिंग से वन विभाग के साथ-साथ वाइल्डलाइफ को रेस्क्यू करने मानव वन्यजीव संघर्ष रोकने में मदद मिलेगी.

हल्द्वानी: उत्तराखंड में यूएफटीए (uttarakhand forest training academy) की पहल से बाद वनकर्मियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है. मशहूर शिकारी और इंटरनेशनल शूटर प्रशिक्षणार्थियों को वाइल्ड लाइफ की बारीकियां सिखा रहे हैं. जाने-माने शिकारी आशीष दास गुप्ता (Hunter Ashish Das Gupta), मशहूर शिकारी और इंटरनेशनल शूटर सैयद अली बिन हादी (International shooter Syed Ali bin Hadi) कार्यशाला में प्रशिक्षणार्थि वन कर्मियों को जंगलों में होने वाले वन्यजीवो की गतिविधियों के बारे में विस्तार से जानकारियों के साथ प्रशिक्षण दिया जा रहा है.

प्रशिक्षण के दौरान जंगलों में किस तरह से वन्यजीवों को रेस्क्यू करना, वन्यजीवों के हमले से कैसे बचा जा सके, आदमखोर हो चुके बाघ को कैसे उसकी पहचान और उसको मारा जा सके इसकी भी ट्रेनिंग दी जा रही है. साथ ही बाघ को मारने के दौरान किस तरह के हथियार का प्रयोग होना चाहिए इसका भी टीम द्वारा प्रशिक्षण दिया जा रहा है.

मशहूर शिकारी और इंटरनेशनल शूटर वनकर्मियों को दे रहे वाइल्ड लाइफ का प्रशिक्षण

पढ़ें- राजपथ नहीं, कर्तव्य पथ ... जानें खासियत और पूरा इतिहास

निदेशक यूएफटीए तेजस्विनी पाटिल(Director UFTA Tejaswini Patil) ने बताया उत्तराखंड फॉरेस्ट ट्रेनिंग एकेडमी द्वारा पहली बार इस तरह के शिकारियों के माध्यम से प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले कैडर को वाइल्डलाइफ संबंधित जानकारी उपलब्ध कराई जा रही है. उन्होंने बताया यूएफटीए में प्रशिक्षण ले रहे पहले उत्तराखंड के 100 और पश्चिम बंगाल के 42 फॉरेस्ट ऑफिसरों को इस तरह की ट्रेनिंग दी जा रही है.

पढ़ें- 'पार्टी धर्म' निभाने के बाद 'कर्तव्य पथ' पर त्रिवेंद्र! कही ये बड़ी बात

मशहूर शिकारी आशीष दास गुप्ता ने बताया इन प्रशिक्षणार्थियों को वाइल्डलाइफ संबंधित जानकारियां उपलब्ध कराई जा रही हैं. साथ ही वन्य जीवों को कैसे रेस्क्यू करना है, उनके पद चिन्ह सहित अन्य जानकारियां जुटाने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है. भविष्य में इस तरह की ट्रेनिंग से वन विभाग के साथ-साथ वाइल्डलाइफ को रेस्क्यू करने मानव वन्यजीव संघर्ष रोकने में मदद मिलेगी.

Last Updated : Sep 8, 2022, 8:01 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.