हल्द्वानी: आगामी विधानसभा चुनाव 2022 से पहले कांग्रेस में आपसी गुटबाजी खुलकर सामने आ गई है. हल्द्वानी में आज आगामी चुनाव की तैयारियों को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं की बैठक बुलाई गई, लेकिन बैठक में सिर्फ हरीश रावत के समर्थक ही शामिल हुए. बैठक में कांग्रेस जिला अध्यक्ष सतीश नैनवाल, हल्द्वानी महानगर अध्यक्ष राहुल छिमवाल, एआईसीसी सदस्य सुमित हृदयतेश सहित जिले के कोई भी ग्रेस के बड़े नेता या पदाधिकारी बैठक में शामिल नहीं हुए.
वहीं, बैठक में शामिल हुए पूर्व राज्य मंत्री रमेश जोशी ने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं की बैठक थी. बैठक में जिले के सभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को बुलाया गया था. कांग्रेस को मजबूत करने के लिए बैठक बुलाई गई थी. हालांकि, उन्होंने इस बात से इनकार कर दिया कि कांग्रेस में किसी तरह की गुटबाजी नहीं है. उन्होंने कहा कि साल 2022 में कांग्रेस किस तरह सत्ता में आए, इसको लेकर बैठक की गई है.
रमेश जोशी ने बैठक में केवल हरीश रावत समर्थकों के शामिल होने के सवाल पर रहा कि शादियों का दौर चल रहा है, ऐसे में पार्टी के अन्य पदाधिकारियों को समय नहीं मिल पाया है, इसी के चेलते अन्य लोग शामिल नहीं हुए हैं.
कांग्रेस के जिला प्रवक्ता हरेंद्र क्यूरा ने कहा कि बैठक में निर्णय लिया गया कि हरीश रावत प्रदेश के अगले मुख्यमंत्री होंगे और प्रधानमंत्री के तौर पर राहुल गांधी होंगे. उन्होंने कहा कि कांग्रेस में किसी तरह की गुटबाजी नहीं है, हरीश रावत की मेहनत और काबिलियत के बल पर कांग्रेस कार्यकर्ता और प्रदेश की जनता एक बार फिर उनको मुख्यमंत्री बनाएगी.
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गौर हो, पूर्व सीएम हरीश रावत, नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह के लोग अपने-अपने नेता के मुख्यमंत्री बनाने का सपना देख रहे हैं. तो वहीं, बागी विधायकों को पार्टी में वापस नहीं लेने की मांग हरीश रावत बार-बार दोहरा रहे हैं, लेकिन इंदिरा हृदयेश और प्रीतम सिंह इस बात से सहमत नहीं है. ऐसे में आज हल्द्वानी में हरीश रावत समर्थकों ने नैनीताल जिले के सभी 6 विधानसभा के कार्यकर्ताओं की बैठक बुलाई थी, लेकिन बैठक में केवल हरीश रावत के समर्थक ही शामिल हुए.