रामनगर: कॉर्बेट नगरी में भारी मात्रा में कच्ची शराब बरामद की गई है. 8 हजार लीटर से ज्यादा लहन नष्ट की गई. रामनगर और आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में शराब माफियाओं द्वारा जंगलों में कच्ची शराब बनाए जाने की शिकायत मिल रही थी. इसको गंभीरता से लेते हुए आबकारी विभाग ने कई ग्रामीण क्षेत्रों में छापामार कार्रवाई की.
रामनगर में कच्ची शराब के अड्डों पर छापा: विभाग की कार्रवाई की भनक लगते ही शराब माफिया मौके से फरार हो गए. इस संबंध में रामनगर के आबकारी निरीक्षक उमेश हिरनवाल ने बताया कि विभाग की जिला प्रवर्तन अधिकारी एवं नैनीताल जिले की सहायक आबकारी आयुक्त रेखा जुयाल के निर्देशन में ग्राम कंदला, थारी, करैलपुरी एवं गुर्जर खत्ता के जंगलों में टीम द्वारा छापामार कार्रवाई की गई.
8 हजार लीटर लहन नष्ट की: उन्होंने बताया कि विभाग के इस अभियान के दौरान टीम ने कई अवैध शराब की भट्ठियों को तोड़ा. साथ ही शराब बनाने के उपकरण भी नष्ट किए गए. उन्होंने बताया कि टीम द्वारा मौके पर 8 हजार लीटर से अधिक लहन नष्ट करने के साथ ही 120 लीटर कच्ची शराब भी बरामद की गई. उन्होंने बताया कि मौके पर कोई भी शराब तस्कर नहीं मिला. इस मामले में शराब तस्करों के खिलाफ विभाग द्वारा संबंधित धाराओं के तहत अभियोग दर्ज किया गया है. उन्होंने बताया कि विभाग द्वारा कच्ची शराब के खिलाफ यह अभियान जारी रहेगा. शराब माफियाओं के खिलाफ विभाग द्वारा कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
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रामनगर से होती है शराब तस्करी: गौरतलब है कि रामनगर कुमाऊं का प्रवेश द्वार है. साथ ही यहां से उत्तराखंड के कई पहाड़ी जिलों को रोजमर्रा की जरूरत के सामान की निकासी होती है. शराब तस्कर इसका फायदा उठाते हुए यहां से कच्ची शराब पहाड़ को सप्लाई करते हैं.