हल्द्वानी: नैनीताल जिले के हल्द्वानी राजकीय मेडिकल कॉलेज (Government Medical College Haldwani) परिसर में रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) की तरफ से बनाए गए अस्थाई कोविड हॉस्पिटल को बंद करने की तैयारी की जा रही (temporary covid hospital closed) है. ये अस्थाई कोविड हॉस्पिटल करीब 40 करोड़ रुपए की लागत से बनाया गया (DRDO hospital closed in Haldwani) था.
राजकीय मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ अरुण जोशी ने बताया कि डीआरडीओ (Defense Research and Development Organization) द्वारा बनाए गए अस्थाई कोविड हॉस्पिटल के एक्सटेंशन का समय भी पूरा हो गया है. इसके अलावा यहां पर कोविड का कोई मरीज भी भर्ती नहीं है. अस्थाई हॉस्पिटल के स्टाफ और डॉक्टरों को पहले ही हटाया जा चुका है. ऐसे में अवधि पूरी होने पर डीआरडीओ ने हॉस्पिटल के सामान को धीरे-धीरे उठाना शुरू कर दिया है.
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बता दें कि उत्तराखंड में जब कोरोना की लहर अपने चरम पर थी, उस समय मरीजों को हॉस्पिटल में बेड नहीं मिल रहे थे. साथ ही हॉस्पिटलों में डॉक्टर के साथ मेडिकल स्टाफ और उपकरणों की भी भारी कमी थी. इसी को ध्यान में रखते हुए राजकीय मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी के परिसर में डीआरडीओ की मदद से 500 बेड का अस्थाई कोविड हॉस्पिटल तैयार किया गया था, जिसको तैयार करने में करीब 40 करोड़ रुपए की लागत आई थी. इस हॉस्पिटल का शुभारंभ 2 जून 2021 को किया गया था. ये अस्थाई हॉस्पिटल छह महीने के लिए ही था.
इस समय उत्तराखंड में कोरोना करीब-करीब कंट्रोल में है. प्रदेश में कोरोना एक्टिव मरीजों की संख्या भी 150 से नीचे है. इसीलिए इस हॉस्पिटल की अब जरूरत नहीं है. साथ ही इसका समय पूरा हो गया है. इसीलिए डीआरडीओ ने इस हॉस्पिटल को अब बंद करने का फैसला लिया है. साथ ही यहां के लिए अलग से जो मेडिकल स्टाफ नियुक्त किया गया था, उसे भी हटा दिया गया है.