हल्द्वानी: कोटाबाग की रहने वाली इंजीनियरिंग की छात्र कनिका जोशी के परिवार की कोरोना काल के चलते आर्थिक स्थिति खराब हो गई थी. घर की स्थिति खराब होने के चलते छात्रा अपनी फीस जमा नहीं कर पा रही थी. जिसके बाद कनिका ने अपनी फीस जमा करने की गुहार जिलाधिकारी से सोशल मीडिया के माध्यम से लगाई थी. जिलाधिकारी ने इंजीनियरिंग की छात्रा की फीस जमा कर इस मुश्किल की घड़ी में साथ दिया है.
पिथौरागढ़ से इंजीनियरिंग कर रही है कनिका
नैनीताल जनपद के कोटाबाग के आंवलाकोट में एक गरीब किसान की बेटी कनिका पिथौरागढ़ के सीमान्त इंजीनियरिंग कॉलेज में कंप्यूटर विज्ञान के आखिरी वर्ष की छात्रा है. कोरोना के कारण लगे लॉकडाउन ने कनिका के परिवार की आर्थिक स्थिति बिगाड़ दी. इस कारण वो फीस नहीं भर पा रही थी. कनिका ने जिलाधिकारी सविन बंसल से सोशल मीडिया के माध्यम से मदद की गुहार लगाई. इस पर बच्चियों की शिक्षा के प्रति संजीदा जिलाधिकारी सविन बंसल ने कनिका जोशी के खाते में 59,716 की धनराशि कॉलेज की फीस हेतु जमा कराई है.
कनिका ने सोशल मीडिया के माध्यम से मांगी थी मदद
4 भाई-बहनों में सबसे बड़ी कनिका की शिक्षा के लिए उसके पिताजी ने बैंक से लोन लिया था. परन्तु आर्थिक समस्या के कारण वो समय से अपनी फीस जमा नहीं कर पा रही थी. थक-हार कर और शिक्षा छूट जाने के डर से कनिका ने कुछ दिन पूर्व सोशल मीडिया के जरिये जिलाधिकारी से मदद के लिए गुहार लगाई थी.
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नैनीताल के डीएम ने जमा कराई फीस
जिलाधिकारी को जैसे ही पता चला उन्होंने कनिका के बारे में पता करवा के बाल विकास परियोजना अधिकारी कोटाबाग के जरिये उसकी शिक्षा के लिए आवश्यक धनराशि का पता लगवाकर खाते में 17 अगस्त को रु0 59,716 जमा करवा दिए. अब कनिका जिलाधिकारी के इस प्रयास के जरिये अपनी पढ़ाई पूरी कर पाएगी. कनिका ने जिलाधिकारी सविन बंसल को अपना आदर्श बताते हुए इंजीनियरिंग की पढ़ाई की रुकावट को दूर करने पर धन्यवाद दिया है.