नैनीतालः राजकीय बीडी पांडे जिला अस्पताल नैनीताल में सिटी स्कैन की सुविधा मिल गई है. अब मरीजों को सीटी स्कैन करवाने के लिए अन्य जगहों का रुख नहीं करना पड़ेगा. गुरुवार को स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सिटी स्कैन का विधिवत शुभारंभ किया. यह सिटी स्कैन मशीन दो करोड़ की लागत से स्थापित की गई है.
नैनाताल के बीडी पांडे अस्पताल सभागार में आयोजित कार्यक्रम में उत्तराखंड स्वास्थ्य महानिदेशक तृप्ति बहुगुणा (Uttarakhand DG Health Tripti Bahuguna) ने सिटी स्कैन सेंटर का फीता काटकर शुभारंभ किया. जबकि, स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत ने वर्चुअली इसका (BD Pandey Hospital City scan facility) उद्घाटन किया. पहला सिटी स्कैन अस्पताल में भर्ती मरीज पनी राम का किया गया.
ये भी पढ़ेंः बागेश्वर अस्पताल को जल्द मिलेगी सीटी स्कैन की सुविधा, वर्ल्ड बैंक से मिले ₹5 करोड़
नैनीताल में सिटी स्कैन की सुविधा से मरीजों को सहूलियतः स्वास्थ्य महानिदेशक तृप्ति बहुगुणा ने कहा कि अभी तक नैनीताल में सिटी स्कैन की सुविधा नहीं थी. जिसके चलते गंभीर रूप से घायल और मरीजों को हल्द्वानी या अन्य अस्पतालों में भेजा जाता था, लेकिन अब अस्पताल में स्वास्थ्य सुविधाएं बढ़ाई जा रही है. ऐसे में नैनीताल आने वाले मरीजों को यहीं पर इलाज की सुविधा मिलेगी.
उत्तराखंड में 400 डॉक्टरों की होगी नियुक्तिः तृप्ति बहुगुणा ने बताया कि सिटी स्कैन के दौरान गंभीर रूप से बीमार मरीजों का इलाज और कोरोना की जांच भी आसानी से की जाएगी. जिसका फायदा मरीजों को मिलेगा. उन्होंने कहा कि इस साल के अंत तक प्रदेश में 400 डॉक्टरों की नियुक्ति की जाएगी. जिसमें दूरस्थ क्षेत्रों के अस्पतालों में डॉक्टर की नियुक्ति को प्राथमिकता दी जाएगी.
ये भी पढ़ेंः खुशखबरीः दून अस्पताल में नई MRI मशीन शुरू, प्राइवेट लैब की लूट से बचेंगे मरीज
वहीं, स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत ने कहा कि अगले 6 महीने के भीतर उत्तराखंड के सभी अस्पतालों की मूलभूत सुविधा की कमियों से दूर कर दिया जाएगा. उत्तराखंड में डॉक्टरों की कमी को दूर करने के लिए अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज में प्रवेश शुरू हो चुके हैं. आगामी 2024 तक प्रदेश में सर्जन व विशेषज्ञों की पद भर दिए जाएंगे. नैनीताल के रैमजे अस्पताल को हाईटेक बनाने के लिए जिलाधिकारी से प्रस्ताव मांगा जा रहा है.
ऐसी ही विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP