हल्द्वानी: अमित कश्यप हत्याकांड मामले का आज सोमवार चार दिसंबर को हल्द्वानी पुलिस ने खुलासा कर दिया है. हत्यारोपी कोई और नहीं, बल्कि अमित कश्यप का साढू ही निकाला, जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. एसएसपी नैनीताल प्रहलाद नारायण मीणा ने इस पूरे मामले की जानकारी दी.
पुलिस ने बताया कि बीती 26 नवंबर को टीपी नगर पुलिस चौकी क्षेत्र में फैक्ट्री के पास देर शाम ठेले पर बैठे कारोबारी के बेटे अमित कश्यप की धारदार हथियार से हत्या कर दी थी. पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज करते हुए मामले की जांच शुरू की. हत्या के खुलासे के लिए पुलिस की टीम गठित की गई.
पुलिस ने बताया कि गठित टीम ने पूरे इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरे फुटेज खंगालने के साथ ही अन्य साक्ष्यों की जांच पड़ताल की तो कुछ अहम सुराग हाथ आए, जिसके आधार पर पुलिस हत्यारोपी तक पहुंची. पुलिस के मुताबिक हत्यारोपी कोई और नहीं, बल्कि अमित कश्यप का साढू अरुण कश्यप निकला है, जिसे पुलिस ने गिरफ्तार किया.
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पूछताछ में पता चला कि आरोपी अरुण कश्यप का अपने साढू अमित कश्यप के परिवार से काफी दिनों से विवाद चल रहा था. अरुण कश्यप के पिता कुछ साल पहले लापता हो गए थे, जबकि एक माह पहले उसके भाई की हत्या कर दी गई थी.अरुण कश्यप को शक था कि उसके भाई और पिता की हत्या अमित कश्यप और उसके पिता सुमेर कश्यप ने ही कराई थी.
अरुण कश्यप का कहना है कि उसके परिवार में अमित कश्यप का काफी दखल था, जिससे वह काफी परेशान चल रहा था. जिसके बाद उसने अमित कश्यप और उसके पिता सुमेर कश्यप की हत्या की प्लान बनाया था. प्लान के तहत 26 नवंबर अरुण कश्यप अंधेरा होने पर सुमेर कश्यप के ठेले पर पहुंचा, जहां वो तो नहीं मिला, लेकिन उसका बेटा अमित कश्यप ठेले पर बैठा हुआ था, जहां अरुण कश्यप ने अमित कश्यप पर पाटन से वार किया और उसे मौत के घाट उतार दिया.
इस वारदात को अंजाम देने के बाद अरुण कश्यप फरार हो गया था. पुलिस ने उसे उत्तर प्रदेश के पीलीभीत से गिरफ्तार किया है. आरोपी अरुण कश्यप मूल रूप से उत्तर प्रदेश पीलीभीत का रहने वाला है, फिलहाल वो अपने परिवार के साथ हल्द्वानी में रहता है, जबकि उसका साढू का परिवार भी हल्द्वानी में रहता है.